Mid-day Mood : 18 सितंबर को दोपहर तक इक्विटी इंडेक्स अपने दिन के निचले स्तर से उबरकर हल्की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं। पिछले सप्ताह बेंचमार्क में आई रिकॉर्ड तेजी के बाद निवेशक अब कुछ मुनाफा अपनी जेब में रखते दिख रहे हैं। 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बाजार के बंद रहने के पहले आज बाजार सीमित दायरे में कारोबार करता दिख रहा है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व और बैंक ऑफ जापान सहित दूसरे केंद्रीय बैंकों की नीति बैठकों के फैसले के पहले बाजार वेट एंड वॉच मोड में दिख रहा है। इनके फैसलों ले ब्याज दरों के बारे में नितियों पर अंदाजा लगाया जा सकेगा।
दोपहर 02.00 बजे के आसपास बीएसई सेंसेक्स 178 अंक या 0.26 फीसदी गिरकर 67661.46 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 39.60 अंक या 0.2 फीसदी गिरकर 20152.75 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई पर कुल 1892 स्टॉक में तेजी देखने को मिल रही थी। जबकि 1672 स्टॉक गिरे थे। वहीं, 224 शेयरों में कोई बदलाव नहीं था।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो कमोडिटी, आईटी, टेलीकॉम, रियल्टी, टेक और हेल्थकेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि ऑटो, यूटिलिटीज, कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी और पावर में बढ़त दिख रही थी। मुनाफावसूली के कारण बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 1.2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.8 फीसदी की तेजी आई है।
सेंसेक्स पैक में एमएंडएम में लगभग 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इसके बाद टाइटन, एनटीपीसी, एसबीआई, टाटा मोटर्स और पावरग्रिड में भी अच्छी तेजी दिख रही है। पोर्ट टैलबोट, वेल्स यूनिट में 1.25 बिलियन पाउंड का निवेश करने के लिए यूके सरकार के साथ एक संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद आज टाटा स्टील की चाल सपाट दिख रही है। भारत के पीएसयू तेल उत्पादक ओएनजीसी और ऑयल इंडिया के शेयर विंड फॉल टैक्स में बढ़ोतरी से काफी हद तक अप्रभावित रहे हैं।
एचडीएफसी बैंक आज निफ्टी का टॉप लूजर रहा है। इसमें 1 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है। इसके बाद अल्ट्राटेक सीमेंट, इंफोसिस, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज की भी अच्छी पिटाई हुई है।
ज्यूपिटर लाइफ लाइन हॉस्पिटल्स के शेयर आज 18 सितंबर अपने इश्यू प्राइस से 32 फीसदी प्रीमियम पर लिस्ट हुए हैं।। एनएसई पर स्टॉक 973 रुपये और बीएसई पर 960 रुपये पर लिस्ट हुआ है। जबकि इसकी आईपीओ प्राइस 735 रुपये थी।
बाजार में अब तक जोरदार रैली देखने को मिली है। अब सवाल ये है कि क्या अब तक अच्छी तरह काम कर रही गिरावट पर खरीदा की रणनीति आगे भी काम करेगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार का कहना है कि बाजार में अह जोखिम ज्यादा है। शॉर्ट टर्म में बाज़ारों पर तिहरा ख़तरा मंडरा रहा है। डॉलर सूचकांक 105 से ऊपर चला गया है। यूएस 10-ईयर बांड यील्ड अब 4.39 फीसदी के आसपास लगातार बढ़ रहा है और ब्रेंट क्रूड 94 डॉलर से ऊपर है। ये बड़े खतरे हैं जिन्हें बाजार लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं कर सकता। ऐसे में निवेशकों को अब तक काफी महंगे हो चुके मिड और स्मॉल कैप से सावधान रहना चाहिए और जोखिम से बचने के लिए लॉर्ज कैप पर फोकस करना चाहिए।
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