Stock markets : बाजार ने नए साल की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ की लेकिन सप्ताह का अंत मामूली गिरावट के साथ हुआ। यूएस फेड के दिसंबर बैठक के मिनट से ब्याज दरों में कटौती पर साफ संकेत न मिलने, लाल सागर में तनाव और तीसरी तिमाही के नतीजों के आने के बाजार में आई वोलैटिलिटी के कारण बीते हफ्ते बाजार पर दबाव रहा। 5 जनवरी के खत्म हुए इस हफ्ते में बीएसई सेंसेक्स 0.29 फीसदी या 214.11 अंक गिरकर 72,026.15 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 20.6 अंक गिरकर 21,710.80 पर बंद हुआ। 1 जनवरी को, सेंसेक्स और निफ्टी ने 72,561.91 और 21,834.35 के नए रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ।
इसके अलावा,ब्रॉडर इंडेक्सों ने भी सप्ताह के दौरान नए प्रतिमान बनाए। बीएसई-मिडकैप और बीएसई-स्मॉलकैप में 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हुई, जबकि बीएसई-लार्जकैप सपाट नोट पर बंद हुआ। सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो बीएसई रियल्टी इंडेक्स में 8 प्रतिशत और टेलीकॉम, हेल्थकेयर, पावर और ऑयल एंड गैस में 3 प्रतिशत की बढ़त हुई, जबकि ऑटो, आईटी और धातु में 1-2 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली।
विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) इस सप्ताह नेट बॉयर बने रहे, क्योंकि उन्होंने 3,290.23 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 7,296.50 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
बीते हफ्ते बीएसई स्मॉल-कैप सूचकांक 2.6 प्रतिशत बढ़ा और 43,957.62 के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। आलोक इंडस्ट्रीज, सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च कंपनी, आईनॉक्स ग्रीन एनर्जी सर्विसेज, वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज, रिलायंस पावर, सोभा, इंडो एमाइंस, एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर, जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर, ओसवाल ग्रीनटेक और हिमाद्री स्पेशलिटी केमिकल में 25-52 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिली।
दूसरी ओर, एनएलसी इंडिया, केपीआर मिल, थंगमायिल ज्वेलरी, वाडीलाल इंडस्ट्रीज, क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन, 360 वन डब्ल्यूएएम, एमएसटीसी, एस्कॉर्ट्स कुबोटा और संदुर मैंगनीज और आयरन ओरेस में 6-11 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
अगले हफ्ते कैसी रह सकती है बाजार की चाल
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि अब बाजार 11 जनवरी को टीसीएस और इंफोसिस के नतीजों से शुरु होने वाले तीसरी तिमाही के नतीजों से संकेत लेगा। एचसीएल टेक, विप्रो और एचडीएफसी लाइफ कुछ और कंपनियां हैं जो अगले सप्ताह अपने नतीजों की घोषणा करेंगी। अब तक आए कंपनियों के तिमाही कारोबारी अपडेट से संकेत मिलता है कि तीसरी तिमाही में भी अर्निंग ग्रोथ में तेजी जारी रह सकती है। कुल मिलाकर उम्मीद है कि बाजार में पॉजिट रुझान कायम रहेगा। नतीजों के मौसम की शुरुआत के साथ स्टॉक-विशेष एक्शन में तेजी आएगी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक डे का कहना है कि वर्तमान स्थितियों को देखते हुए लगता है कि निफ्टी में हमें जल्द ही 21800-21850 का स्तर देखने को मिल सकता है। अगर निफ्टी 21850 को पार कर जाता है तो फिर ये हमें 22000 की ओर बढ़ता दिख सकता है। निफ्टी के लिए 21500 के आसपास तत्काल सपोर्ट दिख रहा है। अगर निफ्टी ये सपोर्ट तोड़ देगा तो इसमें और गिरावट आएगी। जबत क ये सपोर्ट कायम है हर गिरावट में खरीदारी करनी चाहिए।
शेयरखान के जतिन गेडिया का कहना है कि पिछले कुछ कारोबारी सत्रों के करोक्शन के बाद शुक्रवार को निफ्टी हरे निशान में बंद हुआ। निफ्टी में गिरावट 21500 के स्तर के आसपास रुक गई है, जहां 38.2 प्रतिशत फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट स्तर और बढ़ते चैनल के निचले सिरे के रूप में मल्टीपल सपोर्ट देखने को मिल रहा। उम्मीद है कि निफ्टी इस सपोर्ट को बरकरार रखेगा और जल्द ही इसमें तेजी का अगला दौर शुरू होगा। ऑवरली मोमेंटम इंडीकेटर ने एक पॉजिटिव क्रॉसओवर शुरू कर दिया है जो एक अच्छा संकेत है। ऐसे में उम्मीद है कि अगले कुछ कारोबारी सत्रों में बाजार में तेजी जारी रहेगी।
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