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MSCI Rejig: शेयर बाजार में आने वाला है ₹21,000 करोड़, HDFC बैंक सहित इन शेयरों को हो सकता है जोरदार फायदा

MSCI के स्टैंडर्ड/EM इंडेक्स में इस बदलाव के तहत 5 नए भारतीय शेयरों को जगह मिल सकती है। वहीं पहले से शामिल कोई भी भारतीय शेयर इंडेक्स से बाहर नहीं होगा। इसके साथ ही इस इंडेक्स में शामिल कुल भारतीय शेयरों की संख्या 156 पर पहुंच जाएगी। इसके अलावा MSCI के स्मॉलकैप इंडेक्स में भी कुल 13 नए शेयर शामिल होंगे

अपडेटेड Nov 25, 2024 पर 10:05 AM
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नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, वोल्टास में करीब 2,530 करोड़ रुपये का पैसिव FIIs निवेश आ सकता है

MSCI Rejig: मॉर्गन स्टैनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी MSCI अपने इंडेक्सों में आज 25 नवंबर को बदलाव करने वाली है। इस बदलाव के तहत कई शेयर इन इंडेक्सों मे शामिल किए जाएंगे, वही कई शेयर इससे बाहर हो जाएंगे। MSCI हर तीन महीने में यह बदलाव करती है। मार्केट एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार के बदलाव से भारतीय शेयर बाजार को काफी फायदा होने वाला है और यहां विदेशी पैसिव म्यूचुअल फंडों की ओर से करीब 2.5 अरब डॉलर (करीब 21,000 करोड़ रुपये) का निवेश आ सकता है। खास तौर से HDFC बैंक पर सबकी नजरें होंगी क्योंकि इस बदलाव में उसका वेटेज इस इंडेक्स में बढ़ने वाला है।

MSCI के स्टैंडर्ड/EM इंडेक्स में इस बदलाव के तहत 5 नए भारतीय शेयरों को जगह मिल सकती है। वहीं पहले से शामिल कोई भी भारतीय शेयर इंडेक्स से बाहर नहीं होगा। इसके साथ ही इस इंडेक्स में शामिल कुल भारतीय शेयरों की संख्या 156 पर पहुंच जाएगी। इसके अलावा MSCI के स्मॉलकैप इंडेक्स में भी कुल 13 नए शेयर शामिल होंगे। इसके साथ ही इस इंडेक्स में शामिल कुल भारतीय शेयरों की संख्या बढ़कर 525 हो जाएगी।

नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, "भारत ने इस बदलाव में एक बार फिर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, क्योंकि MSCI EM इंडेक्स में इसका वेटेज अब मौजूदा 19.3 प्रतिशत से बढ़कर 19.8 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। इससे भारतीय शेयरों में FIIs का निवेश और बढ़ेगा।" फिलहाल MSCI EM इंडेक्स में सबसे अधिक वेटेज चीन का है। चीन के 598 शेयर इस इंडेक्स में शामिल हैं और उसका वेटेज करीब 27 फीसदी है। वहीं भारत के कुल 151 स्टॉक इसमें शामिल हैं और इसका वेटेज 19.3 प्रतिशत है।


बीएसई, वोल्टास, एल्केम लैबोरेटरीज, कल्याण ज्वैलर्स और ओबेरॉय रियल्टी जैसे नाम अब MSCI के ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स का हिस्सा होंगे। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, विदेशी पैसिव म्यूचुअल फंडों की ओर से सबसे अधिक निवेश वोल्टास में आने का अनुमान है, जो करीब 30 करोड़ डॉलर (करीब 2,530 करोड़ रुपये) हो सकता है। वहीं बीएसई के शेयरों में करीब 26 करोड़ डॉलर (2,193 करोड़ रुपये) के करीब निवेश आ सकता है।

नुवामा के अनुमान के मुताबिक कल्याण ज्वैलर्स, ओबेरॉय रियल्टी और एल्केम लैब्स सहित अन्य में क्रमशः 24 करोड़ डॉल, 21.5 करोड़ डॉलर और 20.1 करोड़ डॉलर का पैसिव निवेश आने की संभावना है।

नूवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज को उम्मीद थी कि अदाणी एनर्जी को भी इंडेक्स शामिल किया जाएगा। हालांकि MSCI ने स्टॉक के फ्री फ्लोट के बारे में कम विश्वास का हवाला देते हुए स्टॉक पर विचार नहीं किया। इसके अलावा MSCI ने अदाणी ग्रुप की 2 और कंपनियों- अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी पावर में फ्लोट को कम कर दिया है।

MSCI इंडिया स्मॉलकैप इंडेक्स में जिन 13 नए स्टॉक को शामिल किया जाएगा, उसमें यूरेका फोर्ब्स, सिग्नेचर ग्लोबल, आधार हाउसिंग फाइनेंस, इंडिजीन, पीसी ज्वैलर्स और डीसीएम श्रीराम शामिल हैं। नुवामा अल्टरनेटिव के मुताबिक, इन शेयरों में 30 लाख डॉलर से लेकर 7 लाख डॉलर के बीच निवेश आने की उम्मीद है। कुल मिलाकर, इन शेयरों से लगभग 7.1 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है।

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