Multibagger Stocks: इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण और केबल वायर बनाने वाली कंपनी हैवल्स इंडिया (Havells India) पिछले दो दशकों से निवेशकों की पसंदीदा कंपनी बनी हुई है। यह शेयर बाजार की उन कुछ चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जिसने पिछले 20 सालों में अपने निवेशकों को महज कुछ हजार रुपये के निवेश से करोड़ों का मुनाफा कराया है। इस मल्टीबैगर स्टॉक्स में घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट (ICICI Direct) को आगे भी तेजी जारी रहने की उम्मीद है और उसने निवेशकों को इस त्योहारी सीजन में इस स्टॉक पर दांव लगाने की सलाह दी है।
ICICI Direct ने शुक्रवार 14 अक्टूबर को जारी एक नोट में हैवल्स इंडिया के स्टॉक्स पर खरीदारी (BUY) की रेटिंग बरकरार रखी है और इसके लिए 1,650 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। हैवल्स इंडिया के शेयर आज एनएसई पर 1.87 फीसदी चढ़कर 1,254.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। इस तरह ब्रोकरेज को हैवेल्स के शेयरों में मौजूदा स्तर से करीब 30 फीसदी की तेजी आने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज ने क्यों स्टॉक पर जताया भरोसा?
ब्रोकरेज ने आगे कहा, "इस बात की संभावना है कि कॉपर की कीमतों में महंगाई निकट भविष्य में हैवेल्स की आय पर असर डाल सकती है। हालांकि हमने देखा कि हैवल्स पहले भी इस स्थिति का सामना कर चुकी है और उसने अपने मार्जिन को बनाए रखने और उसे बेहतर करने के लिए लागत में अतिरिक्त बोझ को कीमतें बढ़ाकर पास किया है।"
ICICI Direct ने कहा कि हमारा अनुमान है कि हैवेल्स इंडिया के रेवेन्यू और शुद्ध मुनाफे में वित्त वर्ष 2022 से 2024 के बीच सालाना क्रमश: 21.9% और 22.9% की दर से बढ़ोतरी है। ऐसे में हमने स्टॉक पर 1,621 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदारी की रेटिंग बरकार रखी है, जो इसके वित्त वर्ष 2024 के अनुमानित अर्निंग प्रति शेयर के 56 गुना पर है।
हैवल्स इंडिया की शेयर प्राइस हिस्ट्री
हैवल्स इंडिया के शेयर आज एनएसई पर 1.87 फीसदी चढ़कर 1,254.00 रुपये के भाव पर बंद हुए। हालांकि आज से करीब 21 साल पहले, 23 मार्च 2001 को जब पहली बार एनएसई पर हैवेल्स इंडिया के शेयरों में कारोबार शुरू हुआ था, तब इसकी प्रभावी कीमत महज 1.89 रुपये थी। इस तरह पिछले दो दशकों में हैवेल्स इंडिया के शेयरों की कीमत करीब 66,249.21 फीसदी बढ़ी है।
इसका मतलब है कि अगर किसी निवेशक ने 23 मार्च 2001 को हैवेल्स इंडिया के शेयरों में 1 लाख रुपये का निवेश किया होता और उस निवेश को आज तक बनाए रखा होता, तो उसके 1 लाख रुपये की वैल्यू आज बढ़कर 6.63 करोड़ रुपये होता। वहीं अगर किसी निवेशक ने उस वक्त सिर्फ 15 हजार रुपये लगाकर हैवेल्स इंडिया के शेयर खरीदे होते और उसे आज तक बेचा नहीं होता, तो उसके 15 हजार रुपये आज करीब 1 करोड़ रुपये हो जाते और वह करोड़पति होता।
कंपनी के शेयरों की हालिया प्रदर्शन की बात करें तो पिछले एक महीने में इसमें करीब 7.69 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं पिछले एक सालों में इसका शेयर करीब 13.80 फीसदी लुढ़का है। हालांकि पिछले 5 सालों में इसने अपने निवेशकों को करीब 159.95 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
हैवेल्स इंडिया का मार्केट कैपिटलाइजेशन 86.35 हजार करोड़ रुपये है और यह एक लॉर्ज-कैप शेयर है। यह एक नोएडा मुख्यालय वाली एक मल्टीनेशनल भारतीय कंपनी है, जो इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट बनाने के कारोबार में है। करीब 64 साल पहले 1958 में शुरू हुई यह कंपनी होम अप्लायंस, लाइटिंग उपकरण, एलईडी लाइटिंग, फैन, मॉड्यूलर स्विच और वायरिंग एसेसरीज, वाटर हीटर, सर्किट प्रोटेक्शन स्विचगियर, केबल्स और वायर, इंडक्शन मोटर और कैपिसिटर्स सहित घरेलू और इंडस्ट्रियल यूज के लिए कई प्रोडक्ट बनाती है। कंपनी के पास हैवल्स, लॉयड (Lloyd), क्रैबट्री, स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक, रियो और प्रॉम्टेक जैसे कई ब्रांड हैं।
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