शेयर बाजार में ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है, मार्केट में उठापटक के बीच किसी सरकारी कंपनी (PSU) के शेयरों ने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया हो। ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Limited) ऐसा ही एक शेयर है। गुरुवार को ऑयल इंडिया के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के शेयर 6 फीसदी से अधिक की उछाल के साथ 297.15 रुपये पर बंद हुए।
दिन के कारोबार के दौरान तो ऑयल इंडिया के शेयर 306.00 रुपये के स्तर तक चले गए थे, जो नवबंर 2014 के बाद से अब तक का इसका सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले 9 सितंबर 2014 को ऑयल इंडिया के शेयर 334 रुपये के स्तर पर पहुंचे थे और तब से यह अंडरपरफॉर्म कर रहा था।
गुरुवार को आई उछाल के बाद ऑयल इंडिया अब उन शेयरों के क्लब में शामिल हो गया है, जिसने पिछले एक साल में अपने निवेशकों को मल्टीबैगर यानी 100 पर्सेंट से अधिक का रिटर्न दिया है। ऑयल इंडिया के शेयरों ने पिछले एक साल में अपने निवेशकों को 111 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है, जबकि इस दौरान सेंसेक्स इस दौरान महज 5.77 फीसदी बढ़ा है।
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि ऑयल इंडिया के शेयरों में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है। HDFC सिक्योरिटीज ने ऑयल इंडिया को 'BUY' रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा, "कच्चे तेल और घरेलू नेचुरल गैस की औसत कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनी के ऑपरेटिंग प्रॉफिट में बढ़ोतरी हो सकती है। इसे देखते हुए हम इस स्टॉक को 300 रुपये का टारगेट प्राइस दे रहे हैं।"
ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने पिछले हफ्ते की शुरुआत में ऑयल इंडिया को 350 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ खरीदने की सिफारिश की है। Trendlyne के मुताबिक, ऑयल इंडिया के शेयर को औसत टारगेट 333.5 रुपये का दिया है, जो इस स्टॉक की मौजूदा कीमत से करीब 12.18 फीसदी अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतें एक बार फिर से 120 डॉलर प्रति बैरल के पार चली गई हैं। अमेरिका में भी पेट्रोल की मांग ऊंचे स्तर पर बढ़ी हुई है। वहीं चीन में लॉकडाउन हटने के बाद उम्मीद है कि वहां भी ऑयल की डिमांड तेज होगी। ऐसे में क्रूड की कीमतें कुछ समय और ऊंची स्तर पर बनी रह सकती है।
ऑयल इंडिया के शेयरों में पिछले एक महीने में 38.02 फीसदी की तेजी आई है, जबकि इस साल की शुरुआत से इसके शेयरों की कीमत करीब 50 फीसदी बढ़ चुकी है।
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