Muthoot Finance Share Price: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा गोल्ड बैक्ड लोन पर ड्राफ्ट गाइडलाइंस जारी किए जाने के बाद शुक्रवार, 11 अप्रैल को मुथूट फाइनेंस (Muthoot Finance) के शेयरों में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। आरबीआई के इस कदम ने निवेशकों को डरा दिया और दिन के दौरान तेज वोलैटिलिटी और ट्रेडिंग वॉल्यूम में उछाल को बढ़ावा दिया। बिकवाली इतनी तेज थी कि शेयर कुछ समय के लिए 10% के निचले सर्किट में चला गया। फिर बाद में इसमें आंशिक सुधार हुआ। ड्राफ्ट नियमों में लोन-टू-वैल्यू (LTV) अनुपात को 75 प्रतिशत पर सीमित करने, बुलेट रीपेमेंट लोन अवधि को 12 महीने तक सीमित करने और NBFC को अपने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो पर सीमा निर्धारित करने का प्रस्ताव है। हालांकि RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका इरादा मानदंडों को सख्त करने की बजाय उन्हें "तर्कसंगत" बनाना था। लेकिन बाजार में इस पर बेचैनी भरी प्रतिक्रिया रही।
कोटक ने रेटिंग को किया डाउनग्रेड
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने मुथूट फाइनेंस पर रेटिंग को ‘बाय’ से ‘ऐड’ में डाउनग्रेड कर दिया। इसके लक्ष्य मूल्य को 2,400 रुपये से घटाकर 2,250 रुपये कर दिया। आय अनुमानों में 10% की कटौती की। ब्रोकरेज ने कहा, “फिलहाल हम अंतिम मानदंडों का इंतजार कर रहे हैं। इस पर ग्रोथ और मार्जिन मान्यताओं को कम किया गया है। रेगुलेटर ओवरहैंग स्टॉक मूल्य प्रदर्शन को कम करेगा।”
एक्सिस सिक्योरिटीज ने बिकवाली की तीव्रता को चिह्नित किया। इसमें 7 प्रतिशत इंट्राडे गिरावट और जनवरी 2024 के बाद से उच्चतम सिंगल डे वॉल्यूम का उल्लेख किया। वायदा में ओपन इंटरेस्ट में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिसमें 7.8 लाख शेयर जोड़े गए। इसमें एक साल में सबसे बड़ा सिंगल डे बिल्ड-अप और भारी शॉर्ट बिल्ड-अप का संकेत नजर आया। ऑप्शन बाजार ने आक्रामक कॉल राइटिंग के साथ मंदी के रुझान को दर्शाया है।
जेफरीज ने कहा पसंदीदा स्टॉक
जेफरीज ने सख्त एलटीवी मानदंडों से कुछ प्रभाव को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि प्रस्तावित रोलओवर मानदंड उतने गंभीर नहीं थे, जितना कि आशंका थी। फर्म ने गोल्ड-लोन एनबीएफसी पर एक रचनात्मक रुख बनाए रखा। ब्रोकरेज ने मुथूट फाइनेंस को 2,615 रुपये के लक्ष्य के साथ अपना पसंदीदा स्टॉक करार दिया।
इस बीच, मॉर्गन स्टेनली ने मुथूट पर 'इक्वलवेट' नजरिया बनाए रखा लेकिन निकट अवधि के दबाव की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि बैन कैपिटल के ओपन ऑफर के चलते मणप्पुरम बेहतर स्थिति में हो सकता है।
कैसा रहा अन्य समकक्ष स्टॉक्स का हाल
मुथूट के समकक्ष कंपनियों के शेयरों में मिला-जुला एक्शन देखने को मिला। आईआईएफएल फाइनेंस 1.1 प्रतिशत गिर कर कारोबार कर रहा था। जबकि मणप्पुरम फाइनेंस 0.8 प्रतिशत चढ़कर कारोबार कर रहा था। मणप्पुरम एफएंडओ बैन में बना हुआ है, जिससे नई पोजीशन पर रोक लगी हुई है।
हालांकि आरबीआई के फाइनल नियम दीर्घकालिक प्रभाव का निर्धारण करेंगे। वहीं शुक्रवार का एक्शन बाजार द्वारा घबराहट भरे रीएडजस्टमेंट को दर्शा रहा है। इससे शॉर्ट टर्म में मुथूट के लिए टेक्निकल्स और सेंटीमेंट्स निगेटिव हो गये।
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