Nazara Tech shares: देश की इकलौती लिस्टेड ऑनलाइन गेमिंग कंपनी नजारा टेक्नोलॉजीज के शेयरों में आज 21 अगस्त को भारी गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में कंपनी के शेयर 8 फीसदी तक टूट गए। यह गिरावट लोकसभा में “प्रमोशन एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025” पास होने के बाद आई । सुबह 9:18 बजे के करीब नजारा टेक के शेयर 7.8 फीसदी की गिरावट के साथ 1,125 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। यह इसका पिछले 15 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है।
इससे पहले बुधवार को भी इस शेयर में लगभग 13% की भारी गिरावट आई थी। पिछले दो दिनों में यह शेयर 22 फीसदी तक गिर चुका है। इस दौरान कंपनी की मार्केट वैल्यू में करीब 2,800 करोड़ रुपये की गिरावट आ चुकी है।
लोकसभा से पास हुआ यह ऑनलाइन गेमिंग बिल भी पे-टू-प्ले ऑनलाइन गेम्स पर रोक लगाने का प्रावधान करता है। फिर चाहे वे स्किल-बेस्ड गेम हों या चांस-बेस्ड गेम हों। इसके लागू होने पर भारत में चल रही सभी रेग्युलेटेड रियल-मनी गेमिंग (RMG) प्लेटफॉर्म्स की गतिविधियां ठप हो सकती हैं। सरकार ने बिल का बचाव करते हुए कहा कि ऐसे गेम्स का डिजाइन अत्यधिक इमर्सिव और एडिक्टिव होता है, जो युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रहा है।
कंपनी ने हालांकि स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में साफ किया कि उसकी RMG बिजनेस में सीधी हिस्सेदारी नहीं है। नजारा का कहना है कि उसकी इनकम या EBITDA में RMG बिजनेस का कोई योगदान नहीं है। उसकी अप्रत्यक्ष हिस्सेदारी सिर्फ मूनशाइन टेक्नोलॉजीज (Moonshine Technologies) के जरिए है, जिसमें कंपनी की 46.07% हिस्सेदारी है। यही कंपनी PokerBaazi ऐप को चलाती है।
नजारा टेक्नोलॉजीज के फाउंजर और सीईओ नितीश मिटरसैन ने CNBC-TV18 से बातचीत में कहा कि अगर रियल-मनी गेमिंग पर पूरी तरह से रोक लगती है, तो कंपनी का PokerBaazi में 805 करोड़ रुपये का निवेश खतरे में पड़ सकता है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि नजारा टेक का कोर प्लेटफॉर्म मजबूत है और आगे अन्य अवसर तलाशे जा सकते हैं।
इस बच, ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने नजारा टेक्नोलॉजीज के शेयरों के लिए अपनी रेटिंग घटा दी है। पहले ब्रोकरेज फर्म ने Moonshine का वैल्यूएशन 400 रुपये प्रति शेयर माना था, लेकिन नए हालात को देखते हुए इसे शून्य कर दिया गया है। इसी वजह से नजारा का टारगेट प्राइस 1,500 रुपये से घटाकर 1,100 रुपये प्रति शेयर कर दिया गया है।
हालांकि, ब्रोकरेज ने यह भी कहा कि नजारा टेक के दूसरे वर्टिकल्स इस नए बिल का कोई असर नहीं पड़ेगा। इनमें गेमिफाइड अर्ली लर्निंग, पब्लिशिंग और गेमिंग आर्केड्स आदि शामिल है। साथ ही, ई-स्पोर्ट्स को औपचारिक तौर पर खेल का दर्जा मिलना कंपनी की सब्सिडियरी Nodwin Gaming के लिए लंबी अवधि में पॉजिटिव साबित हो सकता है।
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