राजस्थान और कर्नाटक में रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट की पावर को पूरे देश में सप्लाई किया जाएगा। सरकार ने करीब 13600 करोड़ के न्यू ट्रांसमिशन स्कीम को मंजूरी दे दी है। क्या है पूरी खबर और इससे किसे फायदा होगा ये बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण रॉय ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी के लिए नई स्कीम पर काम हो रहा है। इस तहत लगाए जाने वाले रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट से देशभर में पावर सप्लाई होगी।
इसके लिए सरकार से 13,595 करोड़ रुपए के न्यू ट्रांसमिशन स्कीम को मंजूरी दे दी है। राजस्थान के रिन्यूएबल एनर्जी जोन से 4.5 GW बिजली का उत्पादन होता है। राजस्थान में ये उत्पादन फतेहगढ़, बाड़मेर और नागौर में होता है। राजस्थान के प्लांट्स से होने वाले उत्पादन को नेशनल ग्रिड से जोड़ने में करीब 2 साल लगेंगे। इस पर 12241 करोड़ रुपए खर्च होंगो।
वहीं कर्नाटक के कोपल और गदाक क्षेत्र से भी 4.5 GW का बिजली का उत्पादन होता है। इसको भी नेशनल ग्रिड से जोड़ा जाएगा। इस पर भी करीब 1354 रुपए का खार्चा आएगा। इन दोनों क्षेत्रों में अदाणी ग्रीन, टाटा पावर और ReNewPower के प्लांट हैं। इन उत्पादन इकाईयों को नेशनल ग्रिड से जोड़ने से इन कंपनियों को एक बड़ा बाजार मिल जाएगा। ये कंपनियां कॉम्पिटीटिव बिडिंग के जरिए अपनी बिजली बेहतर कीमतों पर बेच सेकेंगी।
इस खबर के चलते रिन्यूएबल एनर्जी से जुड़े शेयरों में एक्शन देखने को मिल रहा है। अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर 8.55 अंक यानी 0.48 फीसदी की बढ़त के साथ 1790 रुपए के आसपास दिख रहे हैं। आज का इस स्टॉक का दिन का हाई 1,791 रुपए और दिन का लो 1,771 रुपए है। स्टॉक का 174,444 शेयरों के आसपास है। वहीं, इसका मार्केट कैप 283,407 शेयर है। इस साल अब तक ये शेयर 12 फीसदी भागा है। वहीं, 1 साल में इसने 86 फीसदी और 3 साल में 57 फीसदी रिटर्न दिया है।
टाटा पावर पर नजर डालें तो ये शेयर फिलहाल 0.20 अंक यानी 0.05 फीसदी की हल्की गिरावट के साथ 438 रुपए के आसपास कारोबार कर रहा है। इस स्टॉक ने 3 महीने में करीब 12.14 फीसदी और 1 साल में 100 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले 3 साल में ये शेयर 268 फीसदी भागा है।