पीएसयू बैंकिंग स्पेस में बहुत ही कम समय में लगभग 20 फीसदी की तेज रैली देखने को मिली है। हम तमाम मौके चूक गए हैं। इसके बावजूद एंजेल वन अभी भी पीएसयू बैंकिंग को लेकर पॉजिटिव है। Angel One के चीफ एनालिस्ट टेक्निकल एंड डेरीवेटिव्स समीत चव्हाण की राय है कि पीएसयू बैंकिंग में क्वालिटी में शेयरों में गिरावट पर खरीद की रणनीति अपनानी चाहिए।
मंनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में समीत चव्हाण ने आगे कहा कि अगर निफ्टी के बड़े टाइम फ्रेम पर नजर डालें तो लगता है कि ये जल्द ही 18000 का स्तर पार करके एक बार फिर से 18600 के रिकॉर्ड हाई को छू सकता है। उन्होंने आगे कहा कि निफ्टी संवत 2079 में ही 20000 का जादुई आंकड़ा भी हसिल करता दिख सकता। बैंकिंग सेक्टर का प्लेसमेंट इस समय काफी अच्छा दिख रहा है। जिसके आगे बाजार में तेजी कायम रहने का भरोसा और मजूबत हो रहा है।
ऑटो सेक्टर से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए समीत चव्हाण ने कहा कि रूस-यूक्रेन की लड़ाई के शुरुआती दिनों के बाद ऑटो सेक्टर में सबसे पहले तेजी आई थी। मार्च-सितंबर की अवधि में ऑटो सेक्टर में हमें अच्छी तेजी देखने को मिली। लेकिन हाल ही में इस सेक्टर में हमें प्राइस के साथ ही टाइम करेक्शन भी देखने को मिला है। अब हमें लगता है कि ऑटो इंडेक्स के लिए 12300-12400 के आसपास सपोर्ट है। ये इसका 89-day EMA भी है। इस लेवल के आसपास हमें ऑटो में कुछ खरीदारी आती नजर आ सकती है। जल्द ही ऑटो सेक्टर एक बार फिर से तेजी पकड़ता दिख सकता है।
फार्मा सेक्टर पर बात करते हुए समीत चव्हाण ने कहा कि इस पूरे साल फार्मा पर दबाव रहा है। फार्मा को इस दबाव से उबरने के लिए एक मजबूत ट्रिगर की जरूरत होगी। हालांकि अगर हम फार्मा इंडेक्स के डेली और वीकली चार्ट पर नजर डालें तो हमें इस सेक्टर में तेजी लौटने के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं। लेकिन कोई निवेश निर्णय लेने के पहले हमें इन संकेतों के और मजबूत होने का इंतजार करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि फार्मा इंडेक्स पिछले कुछ हफ्तों से 200-day SMA के ऊपर टिके रहने में कामयाब रहा है। अगर ये क्लोजिंग बेसिस पर 13400 का स्तर पार करने में सफल रहता है तो फिर इसमें हमें और तेजी आती नजर आ सकती है।
डॉलर के मुकाबले रुपए की चाल पर बात करते हुए समीत चव्हाण ने कहा कि USD-INR के डेली चार्ट पर नजर डालें तो साफ होता है कि 83-83.50 के स्तर के आसपास रुपए में कुछ मजबूती देखने को मिल रही है। अगर डॉलर के मुकाबले रुपया 82 के नीचे जाता है तो फिर डॉलर में रुपये के मुकाबले कुछ नरमी आने की संभावना होगी।
क्या US dollar index आने वाले महीनों में 120 का स्तर हिट कर सकता है? इस सवाल का जवाब जेते हुए समीत ने कहा कि अभी तक डॉलर इंडेक्स 110-114.50 रेंज में कंसॉलिडेशन फेज में नजर आ रहा है। जब तक इस रेंज का ऊपरी छोर नहीं टूटता तब तक डॉलर के मुकाबले दूसरी बड़ी करेंसियों में कुछ मजबूती देखने को मिलेगी। US dollar index के 110 के नीचे जाने पर ही डॉलर में कमजोरी की पुष्टि होगी। अगर ऐसा होता तो पूरी दुनिया के बाजारों को फायदा होगा।
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