Nifty Outlook and Strategy : बाजार में निचले स्तरों से आई हल्की रिकवरी, आज इन अहम स्तरों पर रहे नजर
Stock market : मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भी सुधार आया है। IT और कैपिटल मार्केट शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। दोनों इंडेक्स एक से डेढ़ परसेंट कमजोर हैं। BSE का शेयर वायदा का टॉप लूजर बना है। ऑटो और मेटल शेयरों पर भी दबाव है। लेकिन PSU बैंक और कंज्यूमर ड्यूबरेबल्स में अच्छी रिकवरी आई है
विज्ञान एस सावंत का कहना है कि बैंक निफ्टी, बेंचमार्क निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और पिछले हफ़्ते नए ऑल-टाइम हाई पर बंद हुआ। वीकली चार्ट पर, यह हायर हाई-हायर लो स्ट्रक्चर बनाए हुए है
Nifty Outlook : शुरुआत में तेज गिरावट के बाद बाजार में निचले स्तरों से रिकवरी आई है। निफ्टी नीचे से करीब 100 अंक सुधरकर 25850 के आसपास ट्रेड कर रहा है। वहीं निफ्टी बैंक में भी नीचे से 250 अंकों की रिकवरी आई है। मिड और स्मॉलकैप शेयरों में भी सुधार आया है। IT और कैपिटल मार्केट शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। दोनों इंडेक्स एक से डेढ़ परसेंट कमजोर हैं। BSE का शेयर वायदा का टॉप लूजर बना है। ऑटो और मेटल शेयरों पर भी दबाव है। लेकिन PSU बैंक और कंज्यूमर ड्यूबरेबल्स में अच्छी रिकवरी आई है।
मार्केट शेयर घटने पर USB की रिपोर्ट के बाद हीरो मोटो का शेयर टूटा है। ये शेयर करीब ढ़ाई परसेंट नीचे है। दिसंबर महीने में अब तक कंपनी का मार्केट शेयर 19 फीसदी घटा है। नवंबर में इसका मार्केट शेयर 35 फीसदी था।
बाजार में इन अहम स्तरों पर रहे नजर
निफ्टी व्यू
SMC ग्लोबल सिक्योरिटीज के क्षितिज गांधी का कहना है कि लॉन्ग अनवाइंडिंग के दबाव के कारण निफ्टी 26,000 के निशान से नीचे फिसल गया। इस तेज़ गिरावट के बावजूद, इंडेक्स अभी भी डेली चार्ट पर अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज के आसपास घूम रहा है, जिससे कुछ सहारा मिल रहा है। हालांकि, मोमेंटम इंडिकेटर्स अब ठंडे पड़ रहे हैं,जो थकान का संकेत दे रहे हैं। ऐसे में निकट भविष्य में सावधानी बरतने की सलाह होगी
डेरिवेटिव्स के मोर्चे पर, 26,200–26,300 स्ट्राइक पर भारी कॉल ओपन इंटरेस्ट बिल्ड-अप एक साफ़ सप्लाई ज़ोन दिखाता है, जो तुरंत तेज़ी आने की किसी संभावना को सीमित करता है। निफ्टी के 26,100 से नीचे ट्रेड करने के कारण, खरीदार पीछे हट सकते हैं। 25,800 से नीचे का एक निर्णायक ब्रेक 25,700–25,600 की ओर और ज़्यादा गिरावट का रास्ता खोल सकता है। तब तक,बाज़ार सावधानी भरे रुख के साथ आगे बढ़ सकता है।
GEPL कैपिटल में रिसर्च हेड विज्ञान एस सावंत का कहना है कि निफ्टी ने पिछले हफ़्ते 26,325 पर एक नया लाइफटाइम हाई बनाया, जिससे मज़बूत तेज़ी का मोमेंटम दिखा। हालांकि, इस नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद, इंडेक्स को ऊपरी स्तरों पर प्रॉफिट बुकिंग का सामना करना पड़ा। ट्रेडर्स ने कीमतों का पीछा करने के बजाय मुनाफ़ा बुक करना बेहतर समझा। नतीजतन, निफ्टी सोमवार के सेशन में पिछले हफ़्ते के निचले स्तर से ठीक ऊपर बंद हुआ, जो मार्केट में हिस्सा लेने वालों के बीच शॉर्ट-टर्म सावधानी की भावना का संकेत है।
टेक्निकल नज़रिए से देखें तो इंडेक्स अभी अपने 20-डे सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) के आसपास घूम रहा है, जो एक कंसोलिडेशन फेज का संकेत है। यहां न तो बुल और न ही बेयर का निर्णायक कंट्रोल है। मज़बूत डायरेक्शनल मूवमेंट की कमी एक साइडवेज़ ट्रेंड दिखाती है।
इसके अलावा, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 60 के निशान से नीचे बना हुआ है, जो बुलिश मोमेंटम की कमी का संकेत है। यह इस बात को पक्का करता है कि निफ्टी एक रेंज-बाउंड ज़ोन में ट्रेड कर रहा है और अगले डायरेक्शनल मूव के लिए एक नए ट्रिगर का इंतज़ार कर रहा है। यह ट्रिगर फंडामेंटल या टेक्निकल कोई भी हो सकता है।
बैंक निफ्टी व्यू
क्षितिज गांधी का कहना है कि बैंक निफ्टी ने भी हफ्ते की शुरुआत कमजोर नोट पर की और सतर्क ग्लोबल संकेतों के बीच अपनी गिरावट जारी रखी। इंडेक्स तत्काल सपोर्ट लेवल से नीचे फिसल गया, हालांकि यह डेली चार्ट पर अपने शॉर्ट-टर्म मूविंग एवरेज के आसपास बना हुआ है। प्रॉफिट बुकिंग हावी होने के कारण नई खरीदारी में दिलचस्पी कम दिख रही है, जो एक सतर्क अप्रोच की जरूरत बताता है।
बैंक निफ्टी 59,000 के अहम सपोर्ट लेवल के पास ट्रेड कर रहा है, ऐसे में बुलिश खेमा डिफेंसिव रह सकता है। 59,000 से नीचे निर्णायक ब्रेकडाउन होने पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है और 58,700–58,400 की ओर गिरावट का रास्ता खुल सकता है। फिलहाल, जब तक अहम रेजिस्टेंस लेवल वापस हासिल नहीं हो जाते, इंडेक्स नेगेटिव रुझान के साथ कंसोलिडेशन के लिए तैयार दिख रहा है।
विज्ञान एस सावंत का कहना है कि बैंक निफ्टी, बेंचमार्क निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और पिछले हफ़्ते नए ऑल-टाइम हाई पर बंद हुआ। वीकली चार्ट पर, यह हायर हाई-हायर लो स्ट्रक्चर बनाए हुए है, जो एक मज़बूत और लगातार बने अपट्रेंड को दिखाता है। डेली टाइमफ्रेम पर, बैंकिंग इंडेक्स ने 58,560 लेवल के पास चेंज इन पोलैरिटी (CIP) ज़ोन का सम्मान किया है, जो अब एक अहम सपोर्ट के तौर पर काम कर रहा है। यह चल रहे बुलिश मूव में मज़बूती का संकेत है। इसके अलावा, RSI कई टाइमफ्रेम में 60 से ऊपर बना हुआ है, जो मज़बूत पॉजिटिव मोमेंटम की पुष्टि करता है। इंडेक्स के लिए 60,114, 61,200 पर रेजिस्टेंस और 58,500, 57,000 पर सपोर्ट है।
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