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Nifty Outlook and Strategy : FIIs की बिकवाली और कमजोर ग्लोबल सेंटिमेंट से बाजार पर दबाव, इन अहम स्तरों पर रहे नजर

Stock market : निफ्टी ऊपरी स्तरों संघर्ष कर रहा है। अगर यह 25,830 से नीचे जाता है तो 25,760–25,728 की ओर दबाव बढ़ सकता है। जब तक यह 26,060 के पास स्थित अहम रेजिस्टेंस लेवल को फिर से हासिल नहीं कर लेता, दबाव कायम रहेगा

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 17, 2025 पर 11:26 AM
Nifty Outlook and Strategy : FIIs की बिकवाली और कमजोर ग्लोबल सेंटिमेंट से बाजार पर दबाव, इन अहम स्तरों पर रहे नजर
58,800 से नीचे ब्रेक होने पर बैंक निफ्टी पर शॉर्ट-टर्म दबाव पड़ सकता है, जबकि 59,550 से ऊपर जाने पर 59,800 के पास रेंज के ऊपरी सिरे की ओर एक नई तेजी की कोशिश शुरू हो सकती है

Nifty trend : बाजार में आज भी कमजोरी देखने को मिल रही है। रुपए में रिकवरी और क्रूड के सपोर्ट के बाद भी बाजार में कॉन्फिडेंस नहीं है। बाजार ऊपरी स्तरों से हल्का हुआ है। निफ्टी 25900 के नीचे ट्रेड कर रहा है। बैंक निफ्टी भी 100 अंक कमजोरी के साथ कारोबार कर रहा है। साथ ही मिड और स्मॉल कैप में भी ऊपरी स्तरों से गिरावट आई है। आज सरकारी बैंकों में सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली है। पीएसयू बैंक इंडेक्स 1.25 फीसदी मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है। SBI निफ्टी के टॉप गेनर्स में शुमार है। साथ ही IT, मेटल, ऑयल एंड गैस शेयरों में रौनक है। लेकिन रियल्टी और प्राइवेट बैंकों पर दबाव है।

बाजार पर एक्सपर्ट्स की राय

एनरिच मनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पोनमुडी आर का कहना है कि FPI की लगातार बिकवाली और रुपये में कमजोरी शॉर्ट टर्म के लिए मुख्य चुनौतियां बनी हुई हैं। भारत-अमेरिका व्यापार बातचीत में देरी से स्थिति और भी खराब हो गई है।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार का कहना है कि AI ट्रेड के लगातार कमजोर होने के साथ ही FIIs 2026 में कभी भी भारत में खरीदार बनने की कगार पर है। अगर इसके साथ ही अमेरिका-भारत ट्रेड डील भी हो जाती है तो FIIs भारत में खरीदार बन जाएंगे। 2026 की पहली छमाही में रुपये के मजबूत होने की संभावना है। ऐसे में FII की बिकवाली के चलते सस्ते में मिल रहे स्टॉक्स खरीदारी करनी चाहिए। 2026 में हमें बाजार में रैली देखने को मिल सकती है।

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