दो दिन की गिरावट के बाद आज बाजार जोश में नजर आ रहा है। निफ्टी ने एक बार फिर 17,100 का लेवल पार कर लिया है। जबकि सेंसेक्स में करीब 900 अंकों की बढ़त देखने को मिल रही है। निफ्टी ने आज इंट्रा डे में 17,171.60 का हाई लगाया। इसी तरह सेंसेक्स ने भी आज इंट्रा डे में 57,642.24 का हाई लगाया। सेंसेक्स निफ्टी आज दोनों ही 1.5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त दिखा रहे हैं। निफ्टी के 50 में से 47 शेयर हरे निशान में है। इनमें भी बैंक, मेटल और फाइनेशियल शेयर सबसे ज्यादा जोश में नजर आ रहे हैं।
आइये नजर डालते हैं बाजार की तेजी के कारणों पर एक नजर
कोविड-19 के ओमीक्रोन स्ट्रेन के शुरुआती स्टडी से यह बात सामने आई है कि यह वायरस फैलता तो बहुत तेजी से है, लेकिन इसका प्रभाव डेल्टा वेरिएंट की तुलना में काफी हल्का है। व्हाइट हाउस के चीफ मेडिकल एडवाइजर डॉ एंथनी फूची (Anthony Fauci) ने भी कहा है कि इस वायरस से जुड़े शुरुआती आंकड़े काफी उत्साह जनक रहे हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस वायरस को पूरी तरह से समझने के लिए और आंकड़ों की जरूरत है। इन खबरों के चलते कोरोना वेरिएंट का डर थोड़ा कम हुआ है। जिसका बाजार पर सकारात्मक असर देखने को मिला है।
तमाम पॉजिटिव खबरों के बीच सोमवार को अमेरिकी बाजारों में जोरदार बढ़त देखने को मिली थी। जिसका असर एशियाई बाजारों में भी देखने को मिला है। जिसके चलते Hang Seng 1.8 फीसदी, Kospi 0.6 फीसदी और निक्केई 2 फीसदी भागा है। हॉन्गकॉन्ग बेंचमार्क इंडेक्स पर Tencent करीब 3 फीसदी भागा है। जबकि अलीबाबा करीब 10 फीसदी भागा है।
दो दिन की भारी गिरावट के बाद बाजार में आज गिरावट पर खरीद की रणनीति पर काम होता दिख रहा है। अच्छे शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है। इस वजह से आज सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में है। निफ्टी बैंक 2.4 फीसदी बढ़त दिखा रहा है। वहीं निफ्टी मेटल में 2.5 फीसदी की बढ़त आई है। यहां तक फर्मा इंडेक्स भी आज की शुरुआती गिरावट के बाद बढ़त हासिल करने में कामयाब रहा है। वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया विक्स भी करीब 60 फीसदी घटकर 18.6 पर नजर आ रहा है।
बाजार की नजर RBI मॉनेट्री पॉलिसी पर है। इसमें कोई बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। रायटर्स की तरफ से कराए गए सर्वे से यह निकलकर आया है कि RBI रेपो रेट को 4 फीसदी पर ही बनाए रखेगा। हाल में आए आंकड़ों से इस बात के संकेत हैं कि देश की इकोनॉमी जोरदार रिकवरी के मूड में हैं। हाई फ्रिक्वेंसी इंडीकेटर से संबंधित 22 आंकड़ों में से 19 आंकड़े फुल रिकवरी का संकेत दे रहे हैं। ये 19 आंकड़े सितंबर, अक्टूबर और नवंबर तीनों महीनों में कोरोना पूर्व की स्थिति से बेहतर रहे हैं। इसके अलावा ई-वे बिल, मर्केंडाइज एक्सपोर्ट, कोयले का उत्पादन और माल भाड़े से संबंधित आंकड़े भी इकोनॉमी में रिकवरी के संकेत दे रहे हैं। जिसका असर बाजार पर दिख रहा है।