Nifty Smallcap index : निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स में 29 जुलाई को लगातार नौवें कारोबारी सत्र में गिरावट का सिलसिला जारी है। शेयरों के महंगे वैल्यूएशन को लेकर बनी चिंताओं ने निवेशकों को छोटी कंपनियों में निवेश घटाने पर मजबूर किया है। 17 जुलाई से गिरावट शुरू करने वाला यह इंडेक्स नौ कारोबारी सत्रों में 6 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है।
मंगलवार के कारोबार में निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स 0.62 फीसदी तक लुढ़क गया। गिरावट वाले प्रमुख शेयरों में, ज़ेन टेक्नोलॉजीज के शेयर ने 5 फीसदी का लोअर सर्किट छुआ और एनएसई पर 1,606.2 रुपये पर आ गया। इसके साथ ही इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX), पूनावाला फिनकॉर्प और डेल्हीवरी (Delhivery) भी दबाव में दिख रहे हैं। इनमें 3.66 प्रतिशत, 3.58 प्रतिशत और 2.75 प्रतिशत की गिरावट आई है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस लगातार हो रही बिकवाली के लिए छोटे-मझोले शेयरों में आई मुनाफावसूली और वैल्यूएशन को लेकर बाजार में दिख रही सतर्कता का भावना सबसे ज्यादा जिम्मेदार है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट रुचित जैन ने कहा कि निफ्टी स्मॉल कैप इंडेक्स ने हाल के हाई के आसपास दिख रहे RSI के साथ एक निगेटिव डाइवर्जेंस बनाया है। तकनीकी रूप से, यह फार्मेशन कमजोर मोमेंटम का संकेत है जिसके बाद आमतौर पर करेक्शन आता है।
उन्होंने आगे कहा, "निफ्टी स्मॉल कैप इंडेक्स में पिछले कुछ दिनों से करेक्शन देखने को मिल रहा है। हालांकि, बाजार का लंबी अवधि का रुझान अच्छा बना हुआ है। निफ्टी इंडेक्स को 16900 – 16800 के आसपास सपोर्ट मिलने की उम्मीद है, जो कि 89 DEMA सपोर्ट है। ट्रेडर्स को सलाह है कि वे गिरावट पर खरीदारी की रणनीति बनाए रखें और सपोर्ट के आसपास खरीदारी के मौके तलाशें, लेकिन स्टॉक चुनते समय सावधानी बरतें।"
कुछ और स्टॉक जिनमें इंट्राडे में 3 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली उनमें गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), राइट्स, एमसीएक्स, एनबीसीसी और बीईएमएल शामिल हैं
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