Market trend: बुधवार, 8 अक्टूबर को दलाल स्ट्रीट पर कारोबार की शुरुआत सुस्त रही। कमजोर ग्लोबल संकेतों ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजेर किया है। वहीं, कल वॉल स्ट्रीट पर बिकवाली का दबाव रहा क्योंकि बढ़ती महंगाई के डर ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और कटौती की उम्मीदों को धूमिल कर दिया है। सुबह 10 बजे के आसपास सेंसेक्स 227.04 अंक या 0.28 प्रतिशत बढ़कर 82,153.79 पर और निफ्टी 50.50 अंक या 0.20 प्रतिशत बढ़कर 25,158.80 पर दिख रहा था। लगभग 1992 शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है। 1287 शेयरों में गिरावट आई है। वहीं, 155 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो आईटी शेयरों में ज़बरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। आईटी इंडेक्स 0.6 प्रतिशत की छलांग लगा कर टॉप परफॉर्मरों में शामिल है। इसके अलावा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और मीडिया शेयरों में भी कुछ बढ़त देखने को मिल रही है। जबकि दूसरी ओर, रियल्टी, एफएमसीजी और सरकारी बैंक शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है।
ग्लोबल मार्केट में काफी ज्यादा सतर्कता के साथ कारोबार हो रहा है। अमेरिकी सरकार का शटडाउन दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर गया है, जिसके कारण अहम डेटा जारी नहीं हो रहे हैं और सोने की कीमतें 4,000 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई हैं। न्यूयॉर्क फेडरल रिजर्व के कंज्यूमर एक्सपेक्टेशन सर्वे में भविष्य की बिगड़ती उम्मीदों और बढ़ती महंगाई के अनुमानों के बाद, वॉल स्ट्रीट के तीनों अहम इंडेक्स कल लाल निशान में बंद हुए।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगली तेजी से पहले निफ्टी और सेंसेक्स में थोड़ा कंसोलीडेशन देखने को मिल सकता है। थोड़े समय के विराम के बाद बाजार फिर से तेजी पकड़ेगा। भारत के मज़बूत ग्रोथ-महंगाई संतुलन, अच्छे मानसून, जीएसटी में सुधार, आरबीआई के नरम रुख और ग्लोबल मार्केट में सुधार से बाजार को सपोर्ट मिलेगा। मेहता इक्विटीज़ के प्रशांत तापसे का कहना है कि अमेरिकी सरकार का शटडाउन सातवें दिन भी जारी रहने के कारण बाजार में सतर्कता बनी हुई है।
तकनीकी नजरिए से देखें तो कोटक सिक्योरिटीज़ के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि 20-डे एसएमए (सिंपल मूविंग एवरेज) और 25,050-24,950 ज़ोन ट्रेडरों के लिए अहम सपोर्ट का काम करेंगे। जब तक बाजार इन स्तरों से ऊपर बना रहेगा, तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। दूसरी ओर, 25,200 और 25,275 के स्तर तेजड़ियों के लिए अहम रेजिस्टेंस स्तर होंगे। डे ट्रेडर्स के लिए, इंट्राडे गिरावट पर खरीदारी और उछाल पर सबसे अच्छी रणनीति होगी। हालाँकि, 25050 से नीचे बंद होने पर,तेजी का रुझान कमजोर पड़ सकता है।
चौहान ने आज के लिए अपनी रणनीति बताते हुए कहा कि ट्रेडरों को 25,000-24,950 के स्तर के बीच निफ्टी में खरीदारी करना चाहिए है। 25,200 के लक्ष्य के लिए 24,900 के नीचे स्टॉप लॉस लगाएं।
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