NDTV के शेयर अडानी ग्रुप को ट्रांसफर करने पर नहीं कोई रोक, SEBI जल्द डील को दे सकती है ग्रीन सिग्नल

SEBI के इस रुख से उद्योगपति गौतम अडानी की अगुआई वाले समूह के लिए NDTV पर नियंत्रण की लड़ाई थोड़ी आसान होने की उम्मीद है

अपडेटेड Aug 29, 2022 पर 8:46 PM
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NDTV के फाउंडर्स प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास कंपनी की कुल 32.26% हिस्सेदारी है

मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने आतंरिक कंसल्टेंशन के बाद पाया है कि न्यूज मीडिया कंपनी NDTV (न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड) की प्रमोटर ईकाई RRPR होल्डिंग्स लिमिटेड (RRPR Holding Ltd) पर अपने शेयर अडानी ग्रुप को आवंटित करने पर कोई रोक नहीं है। लाइवमिंट ने एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। SEBI के इस रुख से उद्योगपति गौतम अडानी की अगुआई वाले समूह के लिए NDTV पर नियंत्रण की लड़ाई थोड़ी आसान होने की उम्मीद है।

बता दें कि अडानी समूह (Adani Group) की मीडिया कंपनी ने पिछले हफ्ते एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया था। अडानी ग्रुप की मीडिया इकाई एएमजी नेटवर्क लिमिटेड (AMG Network Ltd) ने 23 अगस्त को बताया कि उसकी सब्सिडियरी कंपनी विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL), ने एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली RRPR होल्डिंग्स लिमिटेड का अधिग्रहण कर लिया है।

इसके साथ ही अडानी ग्रुप की NDTV में इनडायरेक्ट तरीके से 29.18 फीसदी हिस्सेदारी हो गई। हिस्सेदारी लेने के साथ ही अडानी ग्रुप की कंपनियों ने NDTV की अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए करीब 493 करोड़ रुपये का ओपन ऑफर पेश किया।


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अगर यह ओपन ऑफर सफल हो जाता है, तो अडानी ग्रुप की NDTV में कुल हिस्सेदारी 55 फीसदी से अधिक हो जाएगी। साथ ही वह NDTV की मेजॉरिटी शेयरहोल्डर बन जाएगी। फिलहाल एनडीटीवी के फाउंडर्स प्रणय रॉय और राधिका रॉय के पास कंपनी की कुल मिलाकर 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी है और कंपनी पर उनका ही नियंत्रण है।

ओपन ऑफर ऐलान के बाद एनडीटीवी ने एक बयान में कहा कि सेबी के नवंबर 2020 के आदेश के मुताबिक, RRPR अपने शेयर अडानी ग्रुप को ट्रांसफर नहीं कर सकती है क्योंकि इस डील के लिए सेबी की मंजूरी जरूरी है। NDTV ने 25 अगस्त को रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा था कि अडानी ग्रुप SEBI के एप्रूवल के बगैर RRPR Holdings को खरीदने की डील पूरी नहीं कर पाएगा।

इसके जवाब में अडानी ग्रुप की सहयोगी कंपनी VCPL ने कहा कि मार्केट रेगुलेटर SEBI के नवंबर, 2020 के आदेश के दायरे में उसकी डील नहीं आती है। उसने कहा है कि सेबी के उस आदेश में RRPR कोई पक्ष नहीं है। उसने यह भी कहा है कि RRPR को कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का पालन करना होगा। अब सेबी ने भी अपने कंसल्टेंशन में पाया है कि RRPR होल्डिंग को अपने शेयर VCPL को ट्रांसफर करने पर कोई रोक नहीं है।

AGM एक हफ्ते आगे बढ़ा

इस बीच NDTV ने सोमवार को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में बताया कि कंपनी अपनी सालाना आम बैठक (AGM) एक हफ्ते के लिए टाल दिया है। NDTV की सालाना बैठक अब 27 सितंबर को होगी, जो पहले 20 सितंबर को होने वाली थी। NDTV ने सालाना बैठक की तारीख बढ़ाने के पीछे कोई कारण नहीं बताया है।

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