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Nifty में आएगा 3000 प्वाइंट्स का उछाल! साल 2026 के लिए नोमुरा ने चुने 20 दमदार स्टॉक्स

यह साल अब गुजरने वाला है। घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स इस साल नया हाई बना चुका है और अब वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा को उम्मीद है कि अगले साल Nifty 50 एक और नया हाई बनाएगा। मार्केट की इस रिकॉर्ड रैली में ब्रोकरेज फर्म ने 20 दमदार स्टॉक्स पर दांव लगाया है। चेक करें कि इनमें से आपके पोर्टफोलियो में कौन-कौन सा है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Dec 02, 2025 पर 9:39 AM
Nifty में आएगा 3000 प्वाइंट्स का उछाल! साल 2026 के लिए नोमुरा ने चुने 20 दमदार स्टॉक्स
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने Nifty के लिए 2026 का टारगेट 29,300 फिक्स किया है। नोमुरा के मुताबिक घरेलू स्टॉक मार्केट को दुनिया भर में स्थिरता, साइक्लिकल इकनॉमिक और अर्निंग्स ग्रोथ रिकवरी, ग्रोथ को सपोर्ट करने वाली नीतियों और वैल्यूएशन में नरमी से सपोर्ट मिल रहा है।

Nifty New Target Level: ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों पर घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 (Nifty 50) नया हाई बना चुका है। सात महीने में यह करीब 21% रिकवर होकर एक कारोबारी दिन पहले 1 दिसंबर 2025 को 26,325.80 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था। अब वैश्विक ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि अगले साल के आखिरी तक यह 29300 का भी लेवल पार कर सकता है। 2 दिसंबर की तारीख में जारी अपने नोट में नोमुरा ने अगले साल 2026 के लिए निफ्टी का टारगेट 29300 फिक्स किया है जोकि मौजूदा लेवल से करीब 12% अपसाइड है। वहीं स्टॉकवाइज बात करें तो ब्रोकरेज फर्म ने 20 दमदार स्टॉक्स को अपने लिस्ट में जगह दी है जो ताबड़तोड़ निवेशकों की झोली भर सकते हैं। निफ्टी की बात करें तो पिछले साल यह 27 सितंबर 2024 को यह 26,277.35 के रिकॉर्ड हाई पर था जिससे टूटकर यह 7 अप्रैल 2024 को यह 21,743.65 तक आ गया था और इस लेवल से यह 21% रिकवर होकर 1 दिसंबर को नई हाई पर पहुंचा था।

Nifty को इन बातों से मिलेगा सपोर्ट

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने निफ्टी के लिए 2026 का टारगेट 29,300 फिक्स किया है। नोमुरा के मुताबिक घरेलू स्टॉक मार्केट को दुनिया भर में स्थिरता, साइक्लिकल इकनॉमिक और अर्निंग्स ग्रोथ रिकवरी, ग्रोथ को सपोर्ट करने वाली नीतियों और वैल्यूएशन में नरमी से सपोर्ट मिल रहा है। नोमुरा के Saion Mukherjee का कहना है कि घरेलू निवेश मजबूत बना हुआ है जिसने कुछ समय पहले विदेशी निवेशकों को भी पीछे छोड़ दिया था। नोमुरा का मानना है कि अगर वैश्विक तेजी और एआई ट्रेड में नरमी आती है, तो विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) दिलचस्पी भारतीय मार्केट में बढ़ सकती है क्योंकि वैल्यूशन प्रीमियम अब लॉन्ग-टर्म एवरेज के मुताबिक है। हालांकि डाउनसाइड रिस्क की बात करें तो जियोपॉलिटिकल, इकनॉमिक और टेक्नोलॉजिकल तौर पर अस्थिरता से इस पर दबाव पड़ सकता है। इसके अलावा रिस्क प्रीमियम में उछाल, वैश्विक सुस्ती और कमोडिटी की बढ़ती कीमतों से भी इसे झटका लग सकता है।

नोमुरा की लिस्ट के टॉप 20 स्टॉक्स

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