NSE Dividend Announced: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 2,488 करोड़ रुपये रहा। वहीं पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के लिए शुद्ध मुनाफा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज 1 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया। भारतीय करेंसी में एनएसई का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 में 8,300 करोड़ रुपये से अधिक रहा है। एक्सचेंज ने कुल खर्चों के सालाना आधार पर 90 प्रतिशत बढ़कर 5,350 करोड़ रुपये हो जाने के बावजूद यह माइलस्टोन हासिल किया है। वित्त वर्ष 2023 में एनएसई के खर्च 2,812 करोड़ रुपये के रहे थे।
एक्सचेंज की आय की बात करें तो एनएसई (National Stock Exchange) ने बयान में कहा कि उसकी कंसोलिडेटेड ऑपरेशनल इनकम मार्च 2024 तिमाही में 34 प्रतिशत बढ़कर 4,625 करोड़ रुपये रही। स्टैंडअलोन बेसिस पर एनएसई का मार्च 2024 तिमाही में शुद्ध मुनाफा 1,856 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 1,810 करोड़ रुपये था। स्टैंडअलोन बेसिस पर कंपनी की कुल ऑपरेशनल इनकम मार्च तिमाही में 25 प्रतिशत बढ़कर 4,123 करोड़ रुपये रही, जो मार्च 2023 तिमाही में 3,295 करोड़ रुपये थी।
डिविडेंड और बोनस शेयर का ऐलान
NSE के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 90 रुपये प्रति शेयर (प्री-बोनस) के डिविडेंड की सिफारिश की है। इसके अलावा शेयरधारकों को मौजूदा एक शेयर पर 4 शेयर, बोनस के तौर पर जारी करने की भी घोषणा की गई है।
सरकारी खजाने में डाले 43,514 करोड़
एनएसई ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान सरकारी खजाने में 43,514 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जिसमें 34,381 करोड़ रुपये का एसटीटी (सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स), आयकर (3,275 करोड़ रुपये), स्टांप ड्यूटी (2,833 करोड़ रुपये), जीएसटी (1,868 करोड़ रुपये) और सेबी शुल्क (1,157 करोड़ रुपये) शामिल थे। 34,381 करोड़ रुपये के एसटीटी में से 60 प्रतिशत कैश मार्केट सेगमेंट से था और बाकी 40 प्रतिशत इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट से था।
31 मार्च 2024 तक एनएसई की नेटवर्थ 23,974 करोड़ रुपये थी। मार्च 2024 तिमाही में कुल खर्च 1,926 करोड़ रुपये था, जिसमें से 46 प्रतिशत सेबी रेगुलेटरी फीस, कोर एसजीएफ में अतिरिक्त योगदान और IPFT में योगदान था। 31 मार्च 2024 तक कोर एसजीएफ का कोष 8,819 करोड़ रुपये था।