8 दिसंबर को NSE Nifty इंडेक्स ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया। इंडेक्स पहली बार 21000 के मार्क को टच कर गया। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव न किए जाने की घोषणा करते ही निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। केंद्रीय बैंक RBI (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो रेट (Repo Rate) में लगातार पांचवी बार कोई बदलाव नहीं किया। दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (MPC Review Meet) में इसे 6.50 प्रतिशत पर ही बरकरार रखा गया है। बाजार को रेपो रेट को जस का तस छोड़े जाने का अनुमान पहले से था।
ऐसे में इस बारे में घोषणा होते ही निफ्टी 21,005.05 पर पहुंच गया। आरबीआई ने दिसंबर की एमपीसी मीटिंग में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि का अनुमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.0 प्रतिशत कर दिया। इससे निवेशकों के बीच आशावाद बढ़ गया। वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेतों से भी घरेलू शेयर बाजार की धारणा को मदद मिली।
सेंसेक्स ने भी बनाया नया रिकॉर्ड
सेंसेक्स भी इस दौरान 69888.33 के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। सुबह 11 बजे के करीब निफ्टी 20,952.45 पर और सेंसेक्स 69,721.52 पर था। एक दिन पहले 7 दिसंबर को शेयर बाजारों में सात कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर ब्रेक लगा था और बीएसई सेंसेक्स 132.04 अंक टूटकर 69,521.69 पर बंद हुआ था। इसी तरह निफ्टी भी 36.55 अंकों की गिरावट के साथ 20,901.15 अंक पर बंद हुआ था।
महंगाई को लेकर RBI का अनुमान
MPC मीटिंग 6 दिसंबर को शुरू हुई थी। मीटिंग के नतीजों की घोषणा करते हुए RBI गवर्नर ने बताया कि अक्टूबर से दिसंबर 2023 के लिए खुदरा महंगाई अनुमान को 5.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। जनवरी-मार्च 2024 के लिए खुदरा महंगाई के अनुमान को 5.2 प्रतिशत, अप्रैल-जून 2024 के लिए 5.2 प्रतिशत पर बनाए रखा गया है। वहीं जुलाई-सितंबर 2024 के लिए खुदरा महंगाई अनुमान 4 प्रतिशत आंका गया है। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान बरकरार रखा गया है।