NSE Scam : सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) के मंगलवार, 5 अप्रैल को संसद की स्थायी समिति के सामने पेश होने की संभावना है। उन्होंने विशेष रूप से एनएसई स्कैम में पूंजी बाजार के रेगुलेशंस को लेकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली फाइनेंस पर बनी संसद की स्थायी समिति की बैठक 5 अप्रैल को शाम 5 बजे होनी है। बैठक के एजेंडे के मुताबिक, इस दौरान “पूंजी बाजार से जुड़े नियामकीय मुद्दों पर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के प्रतिनिधियों के मौखिक साक्ष्य लिए जाएंगे।”
इन चार मुद्दों पर होगा विचार विमर्श
सूत्रों ने कहा कि SEBI की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच के खुद समिति के सामने पेश होने की संभावना है। एजेंडे के मुताबिक, बैठक के दौरान चार मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा। ये हैं- इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग्स (IPO), उतार-चढ़ाव, इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स (IFSC) और अल्टरनेट इनवेस्टमेंट फंड (AIF)।
एनएसई स्कैम होगा अहम मुद्दा
सूत्रों के मुताबिक, बैठक के दौरान विचार विमर्श के लिए एनएसई स्कैम (NSE Scam) एक अहम मुद्दा होगा, जिसमें पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishan) और रवि नारायण (Ravi Narain) की जांच की जा रही है। SEBI की चेयरपर्सन से इस संदर्भ में SEBI के नियमों पर पूछताछ की जा सकती है।
एक महीने पहले ही सेबी चीफ बनी हैं बुच
माधवी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) ने मार्च की शुरुआत में ही सेबी के चेयरपर्सन का पद संभाला है। बुच को सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी (Ajay Tyagi) की जगह नियुक्त किया गया है। बुच को सरकारी और प्राइवेट फाइेंशियल वर्ल्ड का व्यापक अनुभव है। वह सेबी की होल-टाइम मेंबर रह चुकी हैं। वह अप्रैल 2017 में सेबी का होल-टाइम मेंबर बनी थीं। वह पिछले साल अक्टूबर तक इस पद पर रहीं। इस दौरान उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं। इनमें डिविजन फॉर कलेक्टिव इनवेस्टमेंट स्कीम्स सर्विलांस एंड इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट शामिल है। इसके तहत म्यूचुअल फंड्स और अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड्स आते हैं।