Oswal Pumps IPO Listing: सबमर्सिबल और सोलर पंप बनाने वाली ओसवाल पम्प्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में प्रीमियम भाव पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 34 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹614 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹632.00 और NSE पर ₹634.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 3% का लिस्टिंग गेन (Oswal Pumps Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹649.15 (Oswal Pumps Share Price) पर पहुंच गया। मुनाफावसूली के चलते दिन के आखिरी में यह ₹624.90 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 1.78% मुनाफे में हैं।
Oswal Pumps IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ओसवाल पम्प्स का ₹1,387.34 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-17 जून तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 34.42 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 88.08 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 36.70 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 3.60 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹890.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹1 की फेस वैल्यू वाले 81 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं।
ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹89.86 करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर , ₹272.76 करोड़ हरियाणा के करनाल में नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने, ₹280 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹31 करोड़ पूर्ण मालिकाना हक वाली सब्सिडरी ओसवाल सोलर में निवेश और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
वर्ष 2003 में बनी ओसवाल पम्प्स सोलर पम्प, सबमर्सिबल पम्प, मोबोब्लॉक पम्प, प्रेशर पम्प, सीवेज पम्प, इलेक्ट्रिक मोटर्स, सबमर्सिबल वाइंडिंग वायर्स एंड केबल्स और इलेक्ट्रिक पैनल्स बनाती है। अगस्त 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने हरियाणा, राजस्थान, यूपी और कर्नाटक जैसे राज्यों में पीएम-कुसुम के तहत सीधे 26,270 टर्न्की सोलर पंपिंग सिस्टम के ऑर्डर्स पूरे किए हैं। इसकी एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी करनाल में है। इसके प्रोडक्ट्स की बिक्री सिर्फ भारत में ही नहीं होती है बल्कि एशिया पैसेफिक, मिडिल ईस्ट और उत्तरी अफ्रीका को निर्यात भी होती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे ₹16.93 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर ₹34.20 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 में ₹97.67 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 45% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹761.23 करोड़ पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे ₹216.71 करोड़ का शुद्ध मुनाफा और ₹1,067.34 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।