Pace Digitek IPO Listing: टेलीकॉम इंफ्रा इंडस्ट्री को सर्विसेज मुहैया कराने वाली पेस डिजिटेक के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में करीब 3% प्रीमियम पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 1.68 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹219 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹226.85 और NSE पर ₹225.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 11% का लिस्टिंग गेन (Pace Digitek Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹231.00(Pace Digitek Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह ₹217.50 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 0.68% घाटे में हैं। हालांकि एंप्लॉयीज फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर ₹20.00 के डिस्काउंट पर मिला है। इंट्रा-डे में बीएसई पर यह ₹206.90 तक आ गया था।
Pace Digitek IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च?
पेस डिजिटेक का ₹819.15 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26-30 सितंबर तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 1.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.69 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 3.06 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.09 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.83 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹2 की फेस वैल्यू वाले 3,74,09,047 नए शेयर जारी हुए हैं। आईपीओ के जरिए किसी भी शेयरहोल्डर्स ने ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत अपनी हिस्सेदारी हल्की नहीं की है। आईपीओ के पैसों के इस्तेमाल की बात करें तो नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹630 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
वर्ष 2007 में बनी पेस डिजिटेक टेलीकॉम इंफ्रा इंडस्ट्री को सर्विसेज मुहैया कराती है। यह टेलीकॉम टावर्स के लिए ओएंडएम (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) सर्विसेज देती है। यह ओएफसी नेटवर्क डेवलप करती है। इसके अलावा यह टेलॉकीम टावर्स को सोलर एनर्जी से लैस करती है जिसके लिए यह सोलर मॉड्यूल सप्लाई करती है और इंस्टॉल करती है। साथ ही यह लीथियम ऑयन बैट्रीज और इससे जुड़े इक्विपमेंट भी सप्लाई करती है और इंस्टॉल करती है। अपनी सब्सिडरी लाइनेज पावर के जरिए यह स्विच-मोड पावर सप्लाई और हाइब्रिड डीसी पावर सिस्टम्स जैसे पावर मैनेजमेंट सॉल्यूशंस और चार्ज कंट्रोल यूनिट्स जैसे सोलर सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। टेलीकॉम इंफ्रा इक्विपमेंट और लीथियम ऑयन बैट्रीज बनाने के लिए बेंगलुरु में इसकी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज हैं।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹16.53 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में रॉकेट की स्पीड से बढ़कर ₹229.87 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹279.10 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 118% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹2,462.20 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹192.11 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹493.19 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹160.70 करोड़ पर आ गई। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹313.31 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹534.58 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹1,134.21 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।