पाकिस्तान में IPO की सूनामी! तीन साल में 300% चढ़ा शेयर बाजार, 2026 में आ सकते हैं 16 नए आईपीओ
पाकिस्तान का शेयर मार्केट पिछले तीन सालों में 300% बढ़ चुका है। इस बंपर तेजी के बीच अब वहां के आईपीओ मार्केट में भी भारी हलचल देखी जा रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नया साल 2026 पाकिस्तान के IPO मार्केट के लिए एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग साल साबित हो सकता है। अगले सात महीनों में पाकिस्तान के शेयर मार्केट में 16 IPO आने की तैयारी में है
Pakistan Stock Market: पिछले तीन सालों में पाकिस्तान में कुल सिर्फ 11 आईपीओ की लिस्टिंग हुई थी
Pakistan Stock Market: पाकिस्तान का शेयर मार्केट पिछले तीन सालों में 300% बढ़ चुका है। इस बंपर तेजी के बीच अब वहां के आईपीओ मार्केट में भी भारी हलचल देखी जा रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नया साल 2026 पाकिस्तान के IPO मार्केट के लिए एक रिकॉर्ड-ब्रेकिंग साल साबित हो सकता है। अगले सात महीनों में पाकिस्तान के शेयर मार्केट में 16 IPO आने की तैयारी में है। यह किसी भी एक साल में आया सबसे अधिक आईपीओ होगा।
इससे पहले, पिछले तीन सालों में पाकिस्तान में कुल सिर्फ 11 आईपीओ की लिस्टिंग हुई थी। ब्लूमबर्ग ने पाकिस्तान के दो सबसे बड़े इनवेस्टमेंट बैंकरों, आरिफ हबीब लिमिटेड और केट्रेड सिक्योरिटीज लिमिटेड के हवाले से यह जानकारी दी है।
तीन साल में 300% से ज्यादा की रैली
पाकिस्तान शेयर मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स, KSE-100 दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाले इंडेक्स में शामिल हो चुका है। सिर्फ इस साल अब तक ही यह इंडेक्स 47% तक बढ़ चुका है। यह तेजी पिछले तीन सालों से जारी है और कुल मिलाकर मार्केट 300% से अधिक उछल चुका है।
इस तेजी की दो वजहें सबसे बड़ी हैं। पहली, घरेलू निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी। दूसरी, पाकिस्तानी रुपया और ब्याज दरों में स्थिरता। इस तेजी से पाकिस्तानी शेयर मार्केट का वैल्यूएशन अपने लॉन्ग-टर्म एवरेज के करीब पहुंच रहा है, जिससे कंपनियां अब दोबारा IPO बाजार में लौट रही हैं।
आरिफ हबीब लिमिटेड के CEO शाहिद अली हबीब का कहना है कि मौजूदा वैल्यूएशन कंपनियों के लिए इक्विटी के जरिए पैसे जुटाने का शानदार मौका है।
किन सेक्टर्स से आएंगे IPO?
आने वाले सात महीनों में पाकिस्तान के शेयर मार्केट में कम से कम 16 IPO आने की तैयारी है। इनमें से 4 कंपनियों के आईपीओ को आरिफ हबीब मैनेज करने वाली है। वहीं Ktrade सिक्योरिटीज को उम्मीद है कि वह अगले छह महीनों में कम से कम छह कंपनियों के आईपीओ मैनेज करेगी।
इनके अलावा JS ग्लोबल कैपिटल के सीईओ खलील उस्मानी ने कहा कि अगले साल 6 कंपनियों को लिस्ट करने का प्लान है। ये आईपीओ कंज्यूमर, फार्मा, ऑटो, कमोडिटी और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की कंपनियों के हो सकते हैं। शाहिद अली हबीब ने बताया कि कई कंपनियां अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना की फंडिंग के लिए शेयर मार्केट का रुख कर रही हैं और आर्थिक सुधार से मांग बढ़ने की उम्मीद कर रही हैं।
इन कंपनियों के आएंगे IPO
इनमें सबसे बड़ा IPO हो सकता है सर्विस लॉन्ग मार्च टायर्स (Service Long March Tyres) जो पाकिस्तान की सर्विस ग्रुप और चीन की चाओयांग लॉन्ग मार्च का जॉइंट वेंचर है। यह कंपनी लगभग 6.5 अरब पाकिस्तानी रुपये जुटाने की तैयारी में है। यह हाल के सालों का सबसे बड़ा IPO साबित हो सकता है। इसका आईपीओ अप्रैल 2026 में आ सकता है।
इसके अलावा, 2024 में शार्क टैंक पाकिस्तान में 1.5 अरब रुपये जुटाने वाली कंपनी Saraaf, भी शेयर बाजार में एंट्री करने वाली है। यह एक कमोडिटी सोर्सिंग स्टार्टअप है। Matco Foods भी अपनी सब्सिडियरी कंपनी Falak Foods को अलग कर IPO लाने की तैयारी कर रही है।
रिटेल निवेशकों का बढ़ता भरोसा
पाकिस्तानी शेयर मार्केट में रिटेल निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी भी कंपनियों को अपना आईपीओ लाने के लिए प्रेरित कर रही है। सिर्फ सितंबर तिमाही में ही वहां 36,000 नए ट्रेडिंग अकाउंट खुले हैं। पिछली तिमाही में यह संख्या 23,600 थी। यह बढ़ती संख्या बता रही है कि रिटेल निवेशक अब धीरे-धीरे मार्केट पर भरोसा कर रहे हैं। ट्रेडिंग वॉल्यूम भी अक्टूबर में 20 करोड़ डॉलर प्रतिदिन को पार कर गया, जो 2017 के बाद सबसे ज्यादा है।
चुनौतियां भी मौजूद
हालांकि इसके बावजूद कुछ चुनौतियां अभी भी मौजूदा है। सबसे बड़ी चुनौती है विदेशी निवेशकों का भरोसा। पिछले 11 सालों में 9 बार विदेशी निवेशक पाकिस्तान में नेट सेलर रहे हैं, यानी उन्होंने पैसे निकाले हैं। इस साल भी वे अब तक करीब 32.1 करोड़ डॉलर की बिकवाली कर चुके हैं।
इसके अलावा मार्केट का वैल्यूएशन भी एक समस्या है। KSE-100 इंडेक्स अभी 8 गुना फॉरवर्ड अर्निंग्स पर ट्रेड हो रहा है। जो इसके लंबी अवधि के औसत 6.4 गुना से काफी ज्यादा है
डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।