Pharma stocks : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर आज पूरी दुनिया की नजर बनी हुई है। डोनॉल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल कहा कि कहा कि आज शाम वो दवा के दाम कम करने के लिए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर दस्तखत करेंगे। इसका असर ये हुआ कि पूरा फार्मा इंडेक्स आज भारी गिरावट के साथ खुला लेकिन बाद में उसमें रिकवरी देखने को मिली। पूरी खबर बताते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के यतिन मोता ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल में कहा है कि अमेरिका में दवा सस्ती होगी।
ट्रंप आज दवा सस्ती करने का एक्जिक्यूटिव ऑर्डर पास करेंगे। इससे प्रिस्क्रिप्शन, दवाओं के दाम 30-80 फीसदी घटेंगे। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका में मोस्ट फेवर्ड नेशन पॉलिसी (Most Favoured Nation's Policy) भी बनाएंगे। इससे US के लोगों को दुनिया की सबसे सस्ती दवा मिलेगी।
US में दवा सस्ती होने का असर
ट्रंप का टारगेट नई और ब्रान्डेड दवाओं पर है। इससे जेनरिक दवाओं पर कीमतें घटाने का दबाव बढ़ेगा। इंडस्ट्री संभावित फार्मा इंपोर्ट टैरिफ के लिए तैयार। JM फाइनेंशियल का कहना है कि इस एक्जीक्यूटिव ऑर्डर से US फार्मा इंडस्ट्री की सूरत बदल जाएगी। सन फार्मा, ल्यूपिन, सिप्ला, DRL, जायडस, अरविंदो और बायोकॉन पर असर होगा। इससे US बायोटेक सेक्टर को गंभीर झटका लग सकता है।
भारतीय फार्मा कंपनियों का कारोबार
भारतीय फार्मा कंपनियों के कारोबार पर नजर डालें तो डॉ रेड्डीज की आय में अमेरिका से होने वाले कारोबार की हिस्सेदारी 48 फीसदी है। वहीं, अरविंदो फार्मा की कुल आय में अमेरिकी बाजार की हिस्सेदारी 48 फीसदी है। इसी तरह जायडस की कमाई में अमेरिकी का कारोबार से होने वाली आय की हिस्सेदारी 45 फीसदी है। जबकि ल्यूपिन की कमाई में अमेरिकी का कारोबार से होने वाली आय की हिस्सेदारी 36 फीसदी है। वहीं, सन फार्मा की कमाई में अमेरिकी का कारोबार से होने वाली आय की हिस्सेदारी 32 फीसदी है। जबकि सिप्ला की कमाई में अमेरिकी का कारोबार से होने वाली आय की हिस्सेदारी 29 फीसदी है। टोरेंट फार्मा की कमाई में अमेरिकी का कारोबार से होने वाली आय की हिस्सेदारी 10 फीसदी है।
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