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₹1 करोड़ का घर और BMW Car इंसेंटिव में, ऐसे चल रही स्टॉक मार्केट की यह पिरामिड स्कीम

स्टॉक मार्केट से जुड़ी एक ऐसी स्कीम का खुलासा हुआ है जिससे जुड़ने वालों को 1 करोड़ का घर, BMW Car और थाईलैंड ट्रिप का इंसेंटिव मिल सकता है। मनीकंट्रोल के एक रिपोर्टर ने इस स्कीम का क्लाइंट बनकर खुलासा किया है। जानिए इस स्कीम में क्या गैरकानूनी है और यह पूरी स्कीम क्या है और क्लाइंट्स को इससे कैसे जोड़ा जा रहा है

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Feb 28, 2024 पर 12:14 AM
₹1 करोड़ का घर और BMW Car इंसेंटिव में, ऐसे चल रही स्टॉक मार्केट की यह पिरामिड स्कीम
शेयर मार्केट से तगड़े रिटर्न के नाम पर गैरकानूनी तरीके से निवेशकों को जोड़ने का नया मामला सामने आया है। यह मामला एक अनरजिस्टर्ड पोर्टफोलियो मैनेजमैंट सर्विसेज (PMS) एंटिटी Bansun Stocks Trading से जुड़ा है जो एक पिरामिड स्कीम के जरिए क्लाइंट्स बना रही है।

शेयर मार्केट से तगड़े रिटर्न के नाम पर गैरकानूनी तरीके से निवेशकों को जोड़ने का नया मामला सामने आया है। यह मामला एक अनरजिस्टर्ड पोर्टफोलियो मैनेजमैंट सर्विसेज (PMS) एंटिटी Bansun Stocks Trading से जुड़ा है जो एक पिरामिड स्कीम के जरिए क्लाइंट्स बना रही है। अधिक से अधिक ग्राहक जोड़ने के लिए महंगे गिफ्ट जैसे कि 1 करोड़ रुपये के घर और थाईलैंड घुमाने तक का लालच देती है। अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक इसकी जड़ें पंजाब में हैं। बनसुन स्टॉक्स ट्रेडिंग निवेश पर फटाफट कई गुना रिटर्न का लालच देकर पैसे इकट्ठा कर रही है।

इस समय देश में कई अनरजिस्टर्ड पीएमएस कंपनियां कुकुरमत्ते की तरफ उग रही हैं और यह भी उसी की तरह है लेकिन यह मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) यानी पिरामिड मार्केटिंग स्कीम भी चला रही है। आसान शब्दों में कहें तो यह अपने क्लांट्स से अधिक से अधिक लोगों को कंपनी से जोड़ने को कहती है और इसके बदले में उन्हें मुनाफे में हिस्सा बांटती है। इसके खुलासे के लिए मनीकंट्रोल का एक रिपोर्टर बानसुन के पास क्लाइंट बनने के लिए पहुंचा। रिपोर्टर से मुनाफे का 5 फीसदी रिटर्न देने का वादा किया गया और क्लाइंट्स जोड़ने पर एक्स्ट्रा इनकम का भी। इसे लेकर मनीकंट्रोल ने बानसुन को मेल भेजा है जिस पर फिलहाल कोई जवाब नहीं आया है।

किन नियमों का हुआ है उल्लंघन

एक्सपर्ट्स के मुताबिक Bansun की कारोबारी गतिविधियां कम से कम दो नियम तोड़ रही हैं। बाजार नियामक सेबी की कई मामलों में पैरवी करने वाले अगामा लॉ एसोसिएट्स (Agama Law Associates) के प्रिंसिपल एसोसिएट रविशेखर पांडेय ने बताया कि इस मामले में एक तो पीएमएस रेगुलेशंस और दूसरा कलेक्टिव इनवेस्टमेंट स्कीम रेगुलेशंस का उल्लंघन हुआ है। फंड्स, सिक्योरिटीज या पोर्टफोलियो मैनेज करने के लिए किसी एंटिटी को पीएमएस के तौर पर रजिस्टर्ड होना चाहिए। इसके अलावा एक लक्ष्य को लेकर पैसे जुटाने यानी किसी खास लक्ष्य के लिए कई लोगों से पैसे जुटाने के लिए CIS (कलेक्टिव इनवेस्टमेंट स्कीम) कंपनी के तौर पर रजिस्टर्ड होना चाहिए। बानसुन न तो सेबी के पास रजिस्टर्ड पीएमएस एंटिटीज की लिस्ट में है और न ही कलेक्टिव इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनीज की लिस्ट में।

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