ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने दीपक नाइट्राइट के शेयरों के लिए 2,582 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। उसने कहा है कि कंपनी अपनी फिनोल क्षमता अगले 4-5 साल में बढ़ाकर दोगुना करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए कई फॉरवर्ड इंटिग्रेशन प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। लेकिन, चीन में कंपनियां अपनी क्षमता बढ़ा रही हैं। इसका असर इंडिया में कंपनियों पर पड़ सकता है। उनके मार्जिन पर दबाव दिख सकता है। चीन में कंपनियों के क्षमता बढ़ाने से डिमांड के मुकाबले सप्लाई ज्यादा रहने का अनुमान है।
चीन से सस्ते आयात का असर घरेलू कंपनियों पर
दीपक (Deepak Nitrite) का फिनोल में प्रति किलोग्राम EBIT फाइनेंशियल ईयर 2022 में 23 रुपये था, जो गिरकर 17 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है। ब्रोकरेज फर्म को इसके FY27 तक 16-17 रुपये प्रति किलोग्राम रहने की उम्मीद है। चीन में क्षमता विस्तार का असर पूरी वैल्यू चेन पर पड़ने का अनुमान है। दीपक नाइट्राइट की पॉलीकार्बोनेट्स और मिथाइल मिथाइलक्राइलेट (MMA) में उतरने की वजह बढ़ती घरेलू मांग पूरा करना है। अभी आयात से यह मांग पूरी हो रही है। चीन से सस्ता आयात घरेलू कंपनियों के लिए एक चुनौती बना हुआ है, जिसका असर मार्जिन पर पड़ रहा है।
दीपक नाइट्राइट के शेयरों में आ सकती है गिरावट
ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि FY24-FY27 के दौरान अर्निंग्स प्रति शेयर (ईपीएस) की सीएजीआर 8.7 फीसदी रहने का अनुमान है। इस बिजनेस का नेचर ज्यादातर कमोडिटी का है। इससे इस स्टॉक की सही वैल्यू FY27 के ईपीएस की 36 गुना होनी चाहिए। इस वजह से ब्रोकरेज फर्म ने इस स्टॉक पर 'रिड्यूश' (Reduce) की अपनी रेटिंग बनाए रखी है। उसने शेयरों के लिए 2,582 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।
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17 अक्टूबर को कारोबार में शेयरों पर दिखा दबाव
दीपक नाइट्राइट के शेयरों में 17 अक्टूबर को बड़ी गिरावट दिखी। दोपहर बाद कंपनी का शेयरस 4.57 फीसदी गिरकर 2862 रुपये पर चल रहा था। बीते छह महीने में यह स्टॉक 24 फीसदी चढ़ा है।
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