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Stock Market News: PNB और Delta में दिख सकती है तेजी, ये तीन स्टॉक्स अभी भी F&O की बैन लिस्ट में, समझें क्या है इसका मतलब

Stock Market News: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने दो शेयरों को फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) की बैन लिस्ट से बाहर निकाल दिया है। इन दोनों स्टॉक्स में एक पब्लिक सेक्टर का बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और दूसरा गेमिंग एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का स्टॉक डेल्टा कॉर्प (Delta Corp) है। एनएसई के इस फैसले से अब इन दोनों शेयरों में फ्यूचर और ऑप्शंस की पोजिशन ली जा सकेगी

अपडेटेड Dec 22, 2022 पर 11:48 AM
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अगर किसी स्टॉक को F&O बैन लिस्ट में शामिल किया जाता है तो उसमें नई पोजिशंस नहीं ली जा सकती है। हालांकि अगर पहले की पोजिशन ली हुई है तो इसे कम किया जा सकता है।
     
     
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    Stock Market News: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने दो शेयरों को फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) की बैन लिस्ट से बाहर निकाल दिया है। इन दोनों स्टॉक्स में एक पब्लिक सेक्टर का बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और दूसरा गेमिंग एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर का स्टॉक डेल्टा कॉर्प (Delta Corp) है। एनएसई के इस फैसले से अब इन दोनों शेयरों में आज 22 दिसंबर 2022 से फ्यूचर और ऑप्शंस की पोजिशन ली जा सकेगी। एनएसई ने इसके अलावा इस प्रतिबंधित लिस्ट में तीन शेयरों को बनाए रखना का फैसला किया है। स्टॉक एक्सचेंज हर दिन ट्रेडिंग के लिए इस लिस्ट में स्टॉक को अपडेट करती है।

    ये तीन शेयर अभी भी F&O बैन लिस्ट में

    एनएसई ने दो स्टॉक्स को F&O बैन लिस्ट से बाहर निकाला है तो तीन को अभी तक उसी में बनाए रखा है। इसमें से एक रेलवे के लिए ई-टिकटिंग कंपनी आईआरसीटीसी (IRCTC), दूसरा खाद कंपनी गुजरात नर्मदा वैली फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स (Gujarat Narmada Valley Fertilizers and Chemicals) और तीसरा स्टॉक होम फाइनेंस कंपनी इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस (Indiabulls Housing Finance) है।


    क्यों लगता है प्रतिबंध

    जब किसी स्टॉक का कुल ओपन इंटेरेस्ट मार्केट वाइड पोजिशन लिमिट (MWPL) के 95 फीसदी से अधिक हो जाता है तो इसे F&O बैन लिस्ट में डाल दिया जाता है। यब प्रतिबंध तब तक लागू रहता है, जब तक कि 95 फीसदी से गिरकर यह 80 फीसदी के नीचे नहीं आ जाता है। एमडब्ल्यूपीएल का मतलब स्टॉक एक्सचेंज के कैश सेगमेंट में पिछले महीने के दौरान रोजाना ट्रेड होने वाले शेयरों की औसत संख्या का 30 गुना और नॉन-प्रमोटरों या फ्री फ्लोटिंग होल्डिंग के पास शेयरों की संख्या के 20 फीसदी में से कम वाला आंकड़ा है। यह प्रतिबंध इंट्रा-डे में नहीं लागू होता है क्योंकि इसमें ओपन इंटेरेस्ट में कोई बदलाव नहीं होता है।

    बैन लिस्ट में शामिल होने का क्या है मतलब

    अगर किसी स्टॉक को F&O बैन लिस्ट में शामिल किया जाता है तो उसमें नई पोजिशंस नहीं ली जा सकती है। हालांकि अगर पहले की पोजिशन ली हुई है तो इसे कम किया जा सकता है। इस बैन का असर शेयरों की कीमत पर भी दिखता है क्योंकि जब तक बैन लगा रहता है, इसके भाव में गिरावट बना रहता है यानी कि अब पीएनबी और डेल्टा के भाव में तेजी के आसार हैं। अगर बैन का कोई ट्रेडर उल्लंघन करता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाता है।

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