PVR Ltd और Inox Leisure के शेयरों में शुक्रवार (19 अगस्त) को बड़ी गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह दोनों के विलय योजना को लेकर आशंका है। दरअसल, Consumer Unity and Trust Society (CUTS) इस विलय के खिलाफ CCI में शिकायत की है। उसने सीसीआई से विलय की जांच करने के लिए कहा है। CUTS का कहना है कि दोनों कंपनियों के विलय से मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री में प्रतियोगिता पर खराब असर पड़ेगा।
इस वजह से शुक्रवार को दोनों मल्टीप्लेक्स कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। 12:50 बजे पीवीआर का शेयर 4.07 फीसदी गिरकर 1839 रुपये पर चल रहा था। Inox का शेयर 4.38 फीसदी टूटकर 502 रुपये पर चल रहा था। पिछले एक हफ्ते से दोनों कंपनियों के शेयरों में गिरावट आ रही है। इस दौरान पीवीआर 12 फीसदी और Inox के शेयर 14 फीसदी गिर चुके हैं।
मार्च में पीवीआर और आईनोक्स ने विलय की योजना का ऐलान किया था। विलय के बाद नई कंपनी इंडिया की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स कंपनी बन जाएगी। इसके स्क्रीन की संख्या बढ़कर 1,500 हो जाएगी। विलय के बाद नई कंपनी में आईनोक्स के प्रमोटर की हिस्सेदारी 16.66 फीसदी होगी, जबकि पीवीआर के फाउंडर की हिस्सेदारी 10.62 फीसदी होगी।
पीवीआर के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिजली नई कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर होंगे। संजीव कुमार बिजली नई कंपनी के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर होंगे। दोनों कंपनियों ने पहले कहा था कि इस विलय के लिए CCI के एप्रूवल की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसकी वजह यह है कि कोरोना की महामारी की वजह से दोनों का बिजनेस कई महीनों तक ठप रहा। इससे दोनों की कुल इनकम घटकर 1,000 करोड़ रुपये से कम रह गई।
CUTS ने कहा है कि पीवीआर-आईनोक्स के विलय से नई कंपनी मल्टीप्लेक्स और सिनेमा एग्जिबिजशन इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। इससे ज्यादातर शहरों में नई कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बहुत बढ़ जाएगी। कम से कम 19 शहरों में नई कंपनी की मार्केट हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा हो जाएगी। इससे प्रतियोगिता पर खराब असर पड़ेगा।
कट्स के मुताबिक, ग्राहकों के लिए विकल्प घट जाएगा। उन्हें मजबूरन पीवीआर-आईनोक्स के मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखने के लिए महंगे टिकट खरीदने होंगे। इससे ग्राहकों को सर्व किए जाने वाले फूड और दूसरे सर्विसेज पर भी खराब असर पड़ेगा।