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Q2 Results:ग्लोबल चुनौतियों के बीच मिलेजुले रहे दूसरी तिमाही के नतीजे, घरेलू इकोनॉमी से जुड़ी कंपनियों ने किया शानदार प्रदर्शन

टेलीकॉम सेक्टर का प्रदर्शन एनालिस्ट के उम्मीद के मुताबिक रहा है। इस अवधि में टेलीकॉम कंपनियों का EBITDA में स्पेक्ट्रम यूजेज चार्जेस में सुधार के कारण अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है

Edited By: Sudhanshu Dubeyअपडेटेड Nov 09, 2022 पर 10:18 AM
Q2 Results:ग्लोबल चुनौतियों के बीच मिलेजुले रहे दूसरी तिमाही के नतीजे, घरेलू इकोनॉमी से जुड़ी कंपनियों ने किया शानदार प्रदर्शन
दूसरी तिमाही में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स पर भी कच्चे माल की ऊंची कीमतों और उच्च-ऑपरेटिंग लगात का असर देखने को मिला

Q2 earnings review: 7 नवंबर 2022 तक निफ्टी 50 में शामिल करीब 85 फीसदी से ज्यादा कंपनियों और बीएसई 500 में शामिल करीब 60 फीसदी कंपनियों ने 30 सितंबर 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष 2023 के दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। तिमाही के नतीजों के लिहाज से दूसरी तिमाही का प्रदर्शन मिला जुला रहा है। इस अवधि में उन कंपनियों के प्रदर्शन में मजबूती देखने को मिली है जो घरेलू इकोनॉमी से जुड़ी हैं। जबकि उन कंपनियों के नतीजों में कमजोरी देखने को मिली है जिनका एक्सपोजर अमेरिका, यूरोप जैसे विकसित देशों में ज्यादा रहा है। इन कंपनियों पर खराब ग्लोबल माइक्रो स्थितियों का नेगेटिव असर देखने को मिला है।

इसके साथ ही ब्याज दरों में बढ़ोतरी का दौर बैंकों के लिए शुभ साबित हुआ है। जिसके चलते बैंकों की कमाई में बढ़ोतरी देखने को मिली है। दूसरी तरफ पेंटअप डिमांड और त्योहारी सीजन में आई जोरदार खरीदारी के दम पर ऑटो कंपनियों की भी चांदी रही है। दूसरी तिमाही में नतीजों के विश्लेषण से निकल कर आता है कि इस अवधि में अर्निंग ग्रोथ के नजरिए से लीडरशिप बैंक और ऑटो कंपनियों के हाथ में रही है। जबकि परंपरागत रूप से ग्रोथ के इंजन रहे आईटी सेक्टर का प्रदर्शन मिड सिंगल डिजिट ग्रोथ के साथ सुस्त रहा। चुनौतीपूर्ण ग्लोबल माहौल ने मेटल, ऑयल एंड गैस के लिए सेंटीमेंट खराब किया। इसी तरह कंज्यूमर ड्यूरेबल और सीमेंट सेक्टर भी कमजोर प्रदर्शन करते नजर आए।

सबसे अच्छा रहा BFSI सेक्टर का प्रदर्शन

मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक 1 नवंबर तक निफ्टी 50 में शामिल 50 में से 32 कंपनियों ने अपने नतीजे जारी कर दिए थे। इस नतीजों के विश्लेषण से पता चलता है कि सितंबर तिमाही में इनकी अर्निंग और प्रॉफिट में सालाना आधार पर 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। अलग-अलग सेक्टरों के प्रदर्शन पर नजर डालें तो इस अवधि में बैंकिंग, फाइनेंशियल और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर का प्रदर्शन बेहतर रहा है। दूसरी तिमाही में इस सेक्टर के मुनाफे में सालाना आधार पर 20 से 50 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। इस अवधि में इस सेक्टर की ब्याज से होने वाली आय में भी अच्छी बढ़त देखने को मिली है। जबकि इकोनॉमी में क्रेडिट की डिमांड में सालाना आधार पर 5 गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं असेट क्वालिटी स्थिर रही है।

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