भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने फरवरी की रिव्यू मीटिंग में रेपो रेट को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया। आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से यह फैसला किया गया। केंद्रीय बैंक ने लगभग 5 साल बाद रेपो रेट में कटौती की है। इससे ऑटोमोबाइल, रियल एस्टेट और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स जैसे सेक्टर्स को खपत में बढ़ोतरी की मदद से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। ये सेक्टर उच्च महंगाई के दबाव के बीच मांग संबंधी चिंताओं से जूझ रहे हैं।