Rekha Jhunjhunwala Portfolio: दिग्गज निवेशक रेखा झुनझुनवाला (Rekha Jhunjhunwala) के पोर्टफोलियो पर आम निवेशकों की निगाहें लगी रहती हैं। उन्होंने किन शेयरों की खरीदारी की और किन शेयरों को बेचा है, इसके आधार पर भी कुछ निवेशक अपना पोर्टफोलियो तैयार करते हैं। हालांकि कभी-कभी ऐसा होता है कि उन्होंने कोई शेयर बेचा हो तो वह आगे गिरने की बजाय और ऊपर चढ़ जाए। दो ऐसे शेयर है जिसमें रेखा ने जून तिमाही में अपनी होल्डिंग में भारी कटौती की थी और ये दोनों ही शेयर अगली तिमाही यानी जुलाई-सितंबर में 44 फीसदी तक चढ़ गए। ये दोनों शेयर मेट्रो ब्रांड्स (Metro Brands) और ऑटोलाइन (Autoline) हैं।
देश की सबसे बड़ी फुटवियर रिटेलर में शुमार मेट्रो ब्रांड्स में रेखा झुनझुनवाला ने अपनी होल्डिंग में बड़ी कटौती की है। मार्च तिमाही में इस कंपनी में उनकी 14.4 फीसदी हिस्सेदारी थी और जून तिमाही में उन्होंने 4.8 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी। जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से उनके पास मेट्रो ब्रांड्स के 2,61,02,394 शेयर हैं जो 9.6 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। अब अगर बात किया जाए जून तिमाही के बाद इसकी चाल को लेकर तो सितंबर तिमाही में इसके शेयर 20 फीसदी मजबूत हुए हैं। फिलहाल बीएसई पर यह 1127.85 रुपये के भाव पर है।
22 दिसंबर 2021 को इसकी लिस्टिंग हुई थी और आईपीओ निवेशकों को इसके शेयर 500 रुपये में जारी हुए थे। शुक्रवार 29 सितंबर 2023 को बीएसई पर यह 1,147.80 रुपये की रिकॉर्ड हाई पर था। 31 जनवरी 2023 को यह एक साल के निचले स्तर 737 रुपये पर था यानी कि 8 महीने में यह 56 फीसदी मजबूत हुआ है।
ऑटोलाइन ऑटोमोटिव शीट मेटल कंपोनेंट्स बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। यह टाटा मोटर्स वोक्सवैगन, फोर्ड, जीएम, रेनॉल्ट-निसान, डेमलर इंडिया, कमिंस यूएसए, अशोक लीलैंड, एएमडब्ल्यू और फिएट जैसी दिग्गज कंपनियों को अपने प्रोडक्ट्स की सप्लाई करती है। अब शेयरों की बात करें तो रेखा झुनझुनवाला ने जून तिमाही में इसमें अपनी 1.4 फीसदी हिस्सेदारी कम की थी और अब जून तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के हिसाब से उनके पास इस कंपनी के 9.80 लाख शेयर हैं जो 2.5 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है।
उनकी बिक्री के बाद शेयरों के चाल की बात करें तो ऑटोलाइन सितंबर तिमाही में करीब 44 फीसदी ऊपर चढ़ा है। फिलहाल बीएसई पर यह 99.53 रुपये पर है। पिछले साल 10 अक्टूबर 2022 को यह एक साल के हाई 125.50 रुपये पर था। इसके बाद पांच महीने में यह 52 फीसदी से अधिक टूटकर 28 मार्च 2023 को एक साल के निचले स्तर 60.10 रुपये पर आ गया। इस निचले स्तर से अब तक यह 66 फीसदी रिकवर हो चुका है। यह शेयर EMS (एनहेंस्ड सर्विलांस मेजर) फ्रेमवर्क के पहल स्टेज में है यानी कि इसकी तेजी-गिरावट पर एक्सचेंजों की अतिरिक्त निगरानी है।