रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Ltd), अडानी पावर (Adani Power) और एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC Limited) सहित करीब दो दर्जन बोलीदाता छत्तीसगढ़ स्थित एसकेएस पावर जेनरेशन (SKS Power Generation) को खरीदने के इच्छुक हैं। इकोनॉमिक टाइम्स ने 1 अगस्त को इस मामले से जुड़े लोगों का हवाला देते हुए ये रिपोर्ट छापी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि टोरेंट पावर (Torrent Power), जिंदल पावर (Jindal Power), वेदांता (Vedanta), डीबी पावर (DB Power), सारदा एनर्जी एंड मिनरल्स ( Sarda Energy & Minerals), जिंदल इंडिया थर्मल (Jindal India Thermal) और आदित्य बिड़ला एआरसी (Aditya Birla ARC), फीनिक्स एआरसी (Phoenix ARC) और प्रूडेंट एआरसी (Prudent ARC) जैसी बैड लोन एग्रीगेटर्स ने भी संकट से जूझ रही कंपनी को खरीदने में रुचि व्यक्त की है।
SKS Power Generation अप्रैल से कॉरपोरेट दिवाला और समाधान (corporate insolvency and resolution) प्रक्रिया से गुजर रहा है। इस कंपनी पर दो बैंकों का कुल 1,890 करोड़ रुपये बकाया है। बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) का कंपनी पर सबसे ज्यादा कर्ज है जो 1,740 करोड़ रुपये है, जबकि भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) का कंपनी पर 150 करोड़ रुपये बकाया है।
बोली जमा करने की आखिरी तारीख 28 जुलाई थी। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक 300 करोड़ रुपये की नेट वर्थ और 1,000 करोड़ के एसेट अंडर मैनेजमेंट वाली कंपनियों को बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति दी गई थी।
SKS यूनिट में 600 मेगावाट उत्पादन करने की क्षमता है। जिसमें से 300 मेगावाट यूनिट ही वर्तमान में वर्किंग कंडीशन में है।
देश में बिजली की कमी के कारण हाल ही में प्लांट को चलाने और रखरखाव के लिए NTPC को सौंपा गया था। जब तक कि प्रमुख कर्जदाता बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) को इस कंपनी का खरीदार नहीं मिल जाता तब तक के लिए NTPC इसका संचालन और रखरखाव करेगी।
बता दें कि इस प्लांट से राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ ने बिजली खरीदने के लिए एग्रीमेंट भी किया है।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)