RR Kabel IPO Listing: इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी आरआर कबेल (RR Kabel) के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। पहले यह लिस्टिंग 26 सितंबर को होने वाली थी लेकिन बाजार नियामक सेबी (SEBI) के नए नियमों के तहत इसकी पहले ही एंट्री हो गई और ऐसा करने वाली यह पहली कंपनी बन गई। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 18 गुना से अधिक भरा था। आरआर कबेल के शेयर 1035 रुपये के भाव पर जारी हुए हैं। बीएसई पर इसकी एंट्री 1179 रुपये के भाव पर हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 14 फीसदी का लिस्टिंग गेन (RR Kabel Listing Gain) मिला।
लिस्टिंग के बाद भी शेयरों की तेजी नहीं थमी। दिन के आखिरी में यह 1196.65 रुपये के भाव (RR Kabel Share Price) पर बंद हुआ है यानी कि आईपीओ निवेशक करीब 16 फीसदी मुनाफे में हैं। कंपनी के एंप्लॉयीज और मुनाफे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर पर 98 रुपये का डिस्काउंट मिला है।
RR Kabel IPO को कैसा मिला था रिस्पांस
आरआर कबेल का 1964 करोड़ रुपये का आईपीओ 13-15 सितंबर के बीच खुला था। आईपीओ को निवेशकों का काफी अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 18.69 गुना भरा था। इसमें क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) का हिस्सा 52.26 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 13.23 गुना, खुदरा निवेशकों का बिस्सा 2.13 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 2.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। एंप्लॉयी के लिए 10.8 करोड़ शेयर आरक्षित थे।
इस आईपीओ के तहत 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 180 करोड़ रुपये के 17,39,130 नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा बाकी 1,72,36,808 शेयरों की ऑफर फॉर सेल के तहत बिक्री हुई है। नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों के इस्तेमाल की बात करें तो 136 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में होगा। 28 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक इस पर 777.3 करोड़ रुपये का आउटस्टैंडिंग कर्ज है। आईपीओ के बाकी पैसों का इस्तेमाल कंपनी आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
RR Kabel के बारे में डिटेल्स
आरआर कबेल दो सेगमेंट में कारोबार करती है। इसमें से एक कारोबार वायर और केबल का है तो दूसरा पंखा, लाइट, स्विच और एप्लाएंसेज जैसे FMEG (फास्ट मूविंग इलेक्ट्रिकल गुड्स) का है। जून तिमाही के आंकड़ों के हिसाब से वायर और केबल की इसके कारोबार में 71 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं FMEG सेगमेंट में जो रेवेन्यू हासिल हुआ, उसका 97 फीसदी हिस्सा B2C चैनल यानी कारोबारियों की बजाय सीधे उपभोक्ताओं से आया।
अब कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में इसका शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर गिरकर 189.87 करोड़ रुपये पर आ गया था। उसके एक वित्त वर्ष पहले 2021-22 में इसे 213.94 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ था। वित्त वर्ष 2021 में इसे 135.40 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020 में 122.40 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।