Global bond index:ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने के लिए भारत किसी की शर्तों के आगे नहीं झुकेगा और अपने हितों को ध्यान में रखते हुए ही इस इंडेक्स में अपनी शर्तों पर शामिल होगा। फाइनेंस सेक्रेटरी TV Somanathan ने 4 फरवरी को मुंबई में यह बातें कही हैं। उन्होंने सरकार के पुराने रुख पर जोर देते हुए कहा कि घरेलू नीतियो में विदेशी निवेशकों के हित को ध्यान रखकर कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। ऐसा माना जा रहा है कि ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने में देश के बॉन्ड स्टेलमेंट नियमों, टैक्स से जुड़ी जटिलताओं और निवेशकों के पैसे को उनसे अपने देशों में भेजे जाने से संबंधित नियमों को बड़ी बाधा माना जा रहा है और भारत पर इन नियमों में बदलाव के लिए दबाव डाला जा रहा है।
ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने के अपने पॉजिटिव और निगेटिव दोनों पहलू
मुंबई में हुए आज एक इवेंट में बोलते हुए फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने कहा कि ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने के अपने पॉजिटिव और निगेटिव दोनों पहलू हैं। ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में शामिल होने से भारतीय बॉन्ड बाजार में विदेशों में लिए गए उन फैसलों के कारण भी उतार-चढ़ाव का जोखिम होगा जिनका घरेलू इकोनॉमी से कोई संबंध ही नहीं होगा। जिसको ध्यान में रखते हुए हम ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स के शामिल होने के पॉजिटिव और निगेटिव दोनों पक्षों में बैलेंस बनाकर इसमें शामिल होना चाहेंगे।
आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी के ए बालासुब्रमण्यन (A Balasubramanian ) ने ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में भारत के शामिल होने से संबंधित सवाल को उस पैनल के सामने रखा था जिसने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम शामिल है।
ग्लोबल बॉन्ड क्लब में अपने हिन को ध्यान में रखकर होंगे शामिल
सोमनाथन ने आगे कहा कि मुंबई में कुछ ऐसे क्लब और जिमखाना है जिन्होंने अपने ड्रेस कोड बना रखे हैं। इनमें सिर्फ टाई कोट वाले ही जा सकते हैं। लेकिन मैं यहां स्पष्ट करना चाहूंगा कि ग्लोबल बॉन्ड क्लब में भारत अपनी धोती और साड़ी के साथ ही जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की नीतियां भारत के हित को ध्यान में रखकर तैयार की जाती है और हम अपनी नीतियों में विदेशी निवेशकों के हित को ध्यान में रखकर कोई बदलाव नहीं करेगे। हम अपनी जरूरत के हिसाब से अपनी नीतियां तैयार करेंगे। अगर उनको हमारी यह शर्त स्वीकार हैं तो उनको हमें अपने क्लब में शामिल करना चाहिए।
ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनली की राय
गौरतलब है कि विदेशी ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि अगर भारत ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स में शामिल हो जाता है तो अगले 12 महीने में देश में 12 अरब डॉलर विदेशी निवेश आता दिखेगा। मॉर्गन स्टैनली का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो दिसंबर 2023 तक सेंसेक्स 80000 का स्तर छू सकता है।