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Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत, 5 पैसे बढ़कर 83.24 पर हुआ बंद

Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले दूसरी एशियाई करेंसी में बढ़त देखने को मिल रही है। साउथ कोरिया करेंसी में 1.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं इंडोनेशिया रुपिया 0.56 फीसदी, ताइवान डॉलर 0.55 फीसदी की मजबूती दिखा रहा है। दूसरी तरफ थाई बात और मलेशिया रिग्गिंत में 0.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है।

अपडेटेड Nov 02, 2023 पर 5:14 PM
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दूसरी एशियाई करेंसी में सकारात्मक रुझान के बाद 2 नवंबर को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया बढ़त पर खुलने में कामयाब रहा। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 5 पैसे मजबूत होकर 83.23 के स्तर पर खुला।

Rupee Vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे मजबूत होकर 83.24 के स्तर पर बंद हुआ।

दूसरी एशियाई करेंसी में सकारात्मक रुझान के बाद 2 नवंबर को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया बढ़त पर खुलने में कामयाब रहा। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 5 पैसे मजबूत होकर 83.23 के स्तर पर खुला। वहीं बुधवार के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.28 के स्तर पर बंद हुआ था। रुपया का डे हाई 83.24 स्तर पर है जबकि डे लो 83.18 स्तर पर है। वहीं डॉलर का डे हाई 106.51 पर है जबकि डे लो 106.32 पर है। फिलहाल डॉलर को 106.35 का स्तर पर नजर आ रहा है।

इस बीच फेडरल रिजर्व ने लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही अब अमेरिका में दरें 5.25%-5.50% के स्तर पर बरकरार है। दिसंबर पॉलिसी में भी दरें नहीं बढ़ाने के संकेत मिले हैं। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का कहना है कि महंगाई अब भी 2% के लक्ष्य के ऊपर है। उन्होंने यह भी कहा कि दरों पर ब्रेक लगाने का मतलब यह नहीं समझा जाए कि आगे दरें नहीं बढ़ेंगी। दरों में फिलहाल कटौती का सवाल नहीं है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ समय के लिए दरों में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन जून 2024 के बाद से कटौती देखने को मिल सकती है।

भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी (India's manufacturing activity) अक्टूबर महीने में आठ महीने के निचले स्तर 55.5 पर पहुंच गई। लागत में दबाव और कुछ प्रोडक्ट्स की धीमी मांग के कारण अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी में गिरावट देखने को मिली। जबकि एक महीने पहले एसएंडपी ग्लोबल परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (S&P Global Purchasing Managers' Index (PMI) 57.5 पर रहा था।


कच्चे तेल के दाम में लगातार दूसरी दिन नरमी देखने को मिली. लगातार दूसरे दिन ब्रेंट क्रूड का भाव 84 डॉलर प्रति बैरल के नीचे लुढ़क गया है. WTI क्रूड तीसरे दिन भी WTI क्रूड भाव का 81 डॉलर के नीचे लुढ़क गया है.

नवंबर महीने के पहले कारोबारी दिन विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी है. कल कैश मार्केट में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने कुल 1,816.91 करोड़ रुपए की बिकवाली की है. जबकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने कल कैश मार्केट में 1622.05 रुपए के शेयर खरीदे हैं.

COMEX पर सोना लगातार तीसरे दिन $2000 के नीचे आया है। अमेरिका में दरें न बढ़ने से कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है। अमेरिका में ब्याज दर 5.25-5.50% पर बरकरार है।

एशियाई करेंसी में बढ़त

डॉलर के मुकाबले दूसरी एशियाई करेंसी में बढ़त देखने को मिल रही है। साउथ कोरिया करेंसी में 1.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं इंडोनेशिया रुपिया 0.56 फीसदी, ताइवान डॉलर 0.55 फीसदी की मजबूती दिखा रहा है। दूसरी तरफ थाई बात और मलेशिया रिग्गिंत में 0.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है। फिलीपींस पेसो में 0.36 फीसदी, सिंगापुर डॉलर में 0.21 फीसदी, चाइना करेंसी में 0.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है।

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