ब्रांडेड होटल ओनरशिप और एसेट मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म साम्ही होटल्स () के शेयरों की पिछले महीने घरेलू मार्केट में एंट्री हुई है। आईपीओ निवेशक इस समय करीब 24 फीसदी मुनाफे में हैं। हालांकि इसके शेयर रिकॉर्ड हाई से करीब 9 फीसदी फिसल चुके हैं। अब ऐसे में आईपीओ निवेशकों की पूरी निगाहें कंपनी की वित्तीय सेहत पर है। पिछले तीन वित्त वर्षों से इसका घाटा लगातार कम हो रहा है और कंपनी के एमडी आशीष जखानवाला का कहना है कि इस वित्त वर्ष के आखिरी तक यह मुनाफे में आ जाएगी। दिसंबर तिमाही तक यह फ्री कैश फ्लो जेनेरेट करने लगेगी।
दिसंबर तिमाही तक फ्री कैश होने लगेगा जेनेरेट
आशीष के मुताबिक वित्त वर्ष 2021 और वित्त वर्ष 2022 में कोरोना के चलते कंपनी की सेहत पर असर पड़ा। इसके बाद वित्त वर्ष 2023 में फाइनेंस कॉस्ट ने इसे झटका दिया। हालांकि धीरे-धीरे यह पटरी पर आ रही। इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2023 में 107 करोड़ रुपये की फाइनेंस कॉस्ट के चलते 83.5 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। हालांकि यह पिछली तिमाहियों से कम है। अब उन्होंने उम्मीद जताई है कि फाइनेंस कॉस्ट में गिरावट आएगी जिससे फ्री कैश जेनेरेट होगा।
फाइनेंस कॉस्ट इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में गिरकर करीब 110-120 करोड़ रुपये पर आ सकता है जिसके चलते दूसरी छमाही में 60-70 करोड़ रुपये का फ्री कैश जेनेरेट हो सकता है। वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में कैपिटल एक्सपेंडिचर 80-100 करोड़ रुपये हो सकता है और कंपनी को उम्मीद है कि यह फ्री कैश फ्लो से कवर हो जाएगा। फाइनेंस कॉस्ट में कर्ज कम होने के चलते गिरावट आएगी।
फिर Samhi Hotels को मुनाफे में आने में क्यों लगेगा मार्च तिमाही का समय
अब सवाल ये उठता है कि अगर फ्री कैश फ्लो जेनेरेशन दिसंबर तिमाही में होने लगेगा तो मुनाफा उसकी अगली तिमाही तक क्यों होगा? इसकी वजह आशीष ने ये बताई कि प्रति तिमाही 11.5 करोड़ रुपये का ESOP कॉस्ट मार्च 2024 तिमाही तक जारी रहेगा। इसके बाद यह घटकर करीब 4 करोड़ रुपये पर आ जाएगा। इसी के चलते साम्ही होटल्स का मानना है कि मुनाफे में आने में मार्च तिमाही का समय लगेगा।