SBI share price: देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयर पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को फोकस में रहेंगे। दरअसल, SBI ने सितंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की है। तिमाही नतीजों के बाद ब्रोकरेज फर्म इस पब्लिक सेक्टर बैंक के शेयर पर बुलिश नजर आ रहे हैं। बीते शु्क्रवार को कंपनी के शेयरों में 1.86 फीसदी की गिरावट देखी गई और यह स्टॉक BSE पर 843.25 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 7.52 लाख करोड़ रुपये है। स्टॉक का 52-वीक हाई 912.10 रुपये और 52-वीक लो 555.25 रुपये है।
Jefferies ने बढ़ाया SBI का टारगेट
तिमाही नतीजों के बाद ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने SBI के शेयरों पर अपनी 'Buy' रेटिंग को बरकरार रखा है। इतना ही नहीं, ब्रोकरेज ने स्टॉक के लिए अपने टारगेट प्राइस को पहले के ₹1000 से बढ़ाकर ₹1030 कर दिया है। मौजूदा शेयर प्राइस के हिसाब से कंपनी के शेयरों में करीब 22 फीसदी की तेजी की संभावना है। यह स्टॉक जेफरीज के लिए भी टॉप पिक्स में से एक है।
DAM कैपिटल ने भी एसबीआई पर 'Buy' रेटिंग दी है, जिसका टारगेट प्राइस ₹950 प्रति शेयर है। इसके अलावा, Emkay ने ₹1025 प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ 'Buy' रेटिंग को बनाए रखा है।
SBI के शेयरों पर ब्रोकरेज की राय
जेफरीज ने अपने नोट में लिखा है कि एसबीआई ने तिमाही में स्टेबल एसेट क्वालिटी दिखाई, जिसमें डिपॉजिट ग्रोथ में सुधार पर मुख्य ध्यान दिया गया। एसबीआई का प्रॉफिट 28% बढ़कर ₹18300 करोड़ हो गया, जो हायर MTM गेन और कम कर्मचारी खर्च के कारण बाजार की उम्मीदों से अधिक रहा। ब्रोकरेज ने कहा कि मुख्य सकारात्मक बात स्टेबल एसेट क्वालिटी रही, यहां तक कि अनसिक्योर्ड लोन सेगमेंट में भी, जिसने क्रेडिट कॉस्ट को 0.4% से कम रखा।
कैसे रहे SBI के तिमाही नतीजे
सितंबर 2024 तिमाही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नेट प्रॉफिट 28 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 18,331 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले इसी अवधि में बैंक का मुनाफा 14,330 करोड़ रुपये था। बैंक का कहना है कि बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 में पब्लिक इश्यू या प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिये 20,000 करोड़ रुपये तक के लॉन्ग टर्म बॉन्ड जुटाने को मंजूरी दी है।
इस अवधि में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम 5 पर्सेंट बढ़कर 41,260 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 39,500 करोड़ रुपये था। सितंबर 2024 तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए 4,951 करोड़ रुपये बढ़ गया, जबकि जून तिमाही में यह आंकड़ा 8,707 करोड़ रुपये था।
इस दौरान बैंक के नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में सालाना आधार पर 0.15 पर्सेंट और तिमाही आधार पर 0.8 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई। इनवेस्टर को दिए गए प्रेजेंटेशन के मुताबिक, संबंधित तिमाही में नेट इंटरेस्ट मार्जिन 3.14 पर्सेंट रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 3.29 पर्सेंट था। जुलाई-सितंबर तिमाही में SBI का घरेलू नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIMs) घटकर 3.27 पर्सेंट हो गया, जबकि अप्रैल-जून तिमाही में यह आंकड़ा 3.35 पर्सेंट था। जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही में यह आंकड़ा 3.43 पर्सेंट था।
मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक का (एनपीए ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) 4.14 पर्सेंट की गिरावट के साथ 83,369 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह आंकड़ा 86,974 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा, इस दौरान बैंक का नेट एनपीए (NPA) सालाना आधार पर 4.96 पर्सेंट की गिरावट के साथ 20,294 करोड़ रुपये रहा।
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