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सेबी की अहम बोर्ड मीटिंग आज: डेरिवेटिव्स और एफपीआई पर बड़े फैसले संभव

आज होने वाली इस बोर्ड मीटिंग के एजेंडे में बाजार के खिलाड़ियों और मध्यस्थों से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय शामिल हैं, जिनमें इंडेक्स डेरिवेटिव ढांचे को मजबूत करने का बड़ा फैसला भी शामिल है

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 30, 2024 पर 8:32 AM
सेबी की अहम बोर्ड मीटिंग आज: डेरिवेटिव्स और एफपीआई पर बड़े फैसले संभव
सेबी विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के लिए अगस्त 2023 के सर्कुलर के जरिए जारी अतिरिक्त प्रकटीकरण मानदंडों का अनुपालन करना आसान बना सकता है

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के गवर्निंग बॉडी के सदस्यों की बैठक 30 सितंबर को होने वाली है। इस पर आज बाजार की बारीकी से नजर रहेगी। इसमें तमाम बाजार भागादीरों और मध्यस्थों से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने हैं, जिनमें इंडेक्स डेरिवेटिव ढांचे को मजबूत करने का बड़ा निर्णय भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक F&O एक्सपायरी के नियम बदलने पर फैसला हो सकता है इसके अलावा इनसाइडर ट्रेडिंग नियम का भी दायरा बढ़ सकता है।

एक बार लागू होने के बाद, इस नए ढांचे का सिक्योरिटी मार्केट पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इससे जुए जैसी ट्रेडिंग पर रोक लगेगी जो इंडेक्स-डेरिवेटिव कॉन्ट्रैंक्टों की डेली एक्सपायरी के साथ शुरू हुआ था।

30 जुलाई को, सेबी ने एक कंसल्टेशन पत्र जारी किया था जिसमें एक रूपरेखा प्रस्तावित की गई थी जिसके तहत इन डेरिवेटिव अनुबंधों की केवल वीकली एक्पायरी होगी (प्रत्येक स्टॉक एक्सचेंज में एक इंडेक्स-आधारित वीकली कॉन्ट्रैक्ट), न्यूनतम कॉन्ट्रैक्ट मूल्य को लॉन्च के समय 15-20 लाख रुपये और फिर बाद में 20-30 लाख रुपये (खुदरा निवेशकों को रोकने के लिए) तक बढ़ाया जाएगा, स्ट्राइक कीमतों को तर्कसंगत बनाया जाएगा। इसने अलावा भी कई बदलाव प्रस्तावित हैं।

बता दें कि इसके पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और सेबी प्रमुख माधबी बुच दोनों ने एफएंडओ या फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस सेगमेंट में ट्रेडिंग के तरीके पर कार्रवाई करने की तत्काल आवश्यकता व्यक्त की है। इसके अलावा कंसल्टेशन पेपर पर राय देने की अंतिम तिथि 20 अगस्त थी, इसलिए इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि सेबी बोर्ड इस बैठक में प्रस्तावित रूपरेखा पर विचार-विमर्श करेगा।

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