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जेन स्ट्रीट को ट्रेडिंग दोबारा शुरू करने की नहीं मिली है SEBI की हरी झंडी

जेन स्ट्रीट पर इंडियन स्टॉक मार्केट्स में मैनिपुलेशन का आरोप है। उसने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच इंडियन मार्केट में मैनिपुलेशन के जरिए अकूत कमाई की। उसने इसके लिए एक खास ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया। इससे जेन स्ट्रीट को तो भारी प्रॉफिट हुआ, लेकिन इंडियन इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 19, 2025 पर 12:28 PM
जेन स्ट्रीट को ट्रेडिंग दोबारा शुरू करने की नहीं मिली है SEBI की हरी झंडी
सेबी ने 3 जुलाई को जेन स्ट्रीट के खिलाफ अंतरिम आदेश जारी किया था। इसमें जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी कंपनियों के इंडियन मार्केट में किसी तरह की ट्रेडिंग करने पर रोक लगा दी गई थी।

अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ने एस्क्रो अकाउंट में 4,843.5 करोड़ रुपये जमा कर दिए हैं। इसके बावजूद उसे इंडिया में दोबारा ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सेबी की हरी झंडी नहीं मिली है। दरअसल, स्टॉक एक्सचेंजों को अब तक जेन स्ट्रीट पर रोक हटने की कोई औपचारिक जानकारी सेबी से नहीं मिली है। सेबी ने 3 जुलाई को जेन स्ट्रीट के खिलाफ अंतरिम आदेश जारी किया था। इसमें जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी कंपनियों के इंडियन मार्केट में किसी तरह की ट्रेडिंग करने पर रोक लगा दी गई थी।

जेन स्ट्रीट पर क्या हैं आरोप?

Jane Street पर इंडियन स्टॉक मार्केट्स में मैनिपुलेशन का आरोप है। उसने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच इंडियन मार्केट में मैनिपुलेशन के जरिए अकूत कमाई की। उसने इसके लिए एक खास ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया। इससे जेन स्ट्रीट को तो भारी प्रॉफिट हुआ, लेकिन इंडियन इनवेस्टर्स को नुकसान उठाना पड़ा। उसकी खास ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के इस्तेमाल से शेयर बाजार में काफी ज्यादा उतारचढ़ाव होता था।

जेन स्ट्रीट की ट्रेडिंग स्ट्रेटीज क्या थी?

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