आखिरी घंटे में क्यों आया बुलिश तूफान, Sensex-Nifty ने बनाया रिकॉर्ड, अब आगे क्या है रुझान?

Reason for Stock Market Rally: दिन के आखिरी घंटे में सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार तेजी आई और दोनों ने इंट्रा-डे में नई ऊंचाई छू ली। सेक्टरवाइज बात करें तो निफ्टी के ऑटो और मेटल सेक्टर के इंडेक्स 2-2 फीसदी से अधिक उछलकर बंद हुए तो बैंक, एफएमसीजी, आईटी के इंडेक्स 1-1 फीसदी से अधिक मजबूत हुए। जानिए मार्केट में इस तेजी की वजह क्या रही और आगे क्या रुझान है?

अपडेटेड Sep 12, 2024 पर 5:10 PM
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घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) आज दिन भर ग्रीन जोन में बने रहे। हालांकि दिन के आखिरी घंटे में एकाएक ये रॉकेट बन गए।

घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) आज दिन भर ग्रीन जोन में बने रहे। हालांकि दिन के आखिरी घंटे में एकाएक ये रॉकेट बन गए। इंट्रा-डे में पहली बार सेंसेक्स 83 हजार और निफ्टी भी पहली बार 25,400 के पार चला गया। निफ्टी ने यह रिकॉर्ड ऊंचाई वीकली एक्सपायरी के दिन छुआ है। इसे बैंकिंग, एनर्जी, आईटी और ऑटो स्टॉक्स का शानदार सपोर्ट मिला। दिन के आखिरी में निफ्टी 1.89 फीसदी की बढ़त के साथ 25,388.90 और सेंसेक्स 1.77 फीसदी के उछाल के साथ 82,962.71 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में सेंसेक्स 83,116.19 और निफ्टी 25,433.35 तक पहुंचा था। सेंसेक्स और निफ्टी, दोनों पर ही सिर्फ नेस्ले ही आज रेड जोन में बंद हुआ है।

Sensex-Nifty में आखिरी घंटे में क्यों आई ताबड़तोड़ तेजी

आज कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) डेटा आने वाला है, जिसके चलते मार्केट में और तेजी आई। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिकी कंज्यूमर इंडेक्स में पिछले महीने अगस्त में मामूली तेजी दिखी और कोर इंफ्लेशन स्थिर बनी रही। एक दिन पहले अमेरिकी आंकड़े आए थे और इसके चलते अमेरिकी फेड की 17-18 सितंबर की बैठक दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की उम्मीद 66 फीसदी से बढ़कर85 फीसदी हो गई है। हालांकि 0.50 फीसदी कटौती की संभावना 34 फीसदी से घटकर 15 फीसदी रह गई।


इसके अलावा मनीकंट्रोल से बातचीत में निर्मल बैंग के टेक्निकल और डेरिवेटिव एनालिस्ट Nirav Harish Chheda ने कहा कि मार्केट में बहुत से शॉर्ट बन गए थे तो इसे कवर करने के लिए ही निफ्टी और बैंक निफ्टी में जोरदार तेजी दिखी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक स्तर पर बुलिश रुझान बना है। यूरोपियन सेंट्रल बैंक और अमेरिकी फेड से पॉजिटिव की उम्मीद में बुलिश मार्केट पर पकड़ बना रहे हैं। रेट कटौती की उम्मीद ने नया उत्साह भरा है।

अब आगे क्या है रुझान?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि बिकवाली के बाज अब विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) बुलिश हो गए हैं और वे तेजी से पैसे डाल रहे हैं। पिछले तीन दिनों से वे कैश मार्केट में खरीदारी कर रहे हैं। इसने मार्केट को तगड़ा सपोर्ट किया। इससे मार्केट के मजबूत बने रहने के संकेत मिल रहे हैं। रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्र ने कहा कि अब निफ्टी 25550 के पार जा सकता है। वहीं डाउनसाइड इसे 24900-25150 के जोन में सपोर्ट मिलेगा। उन्होंने निवेशकों को सेक्टर्स और थीम के आधार पर निवेश की सलाह दी है और कहा है कि लॉर्ज कैप और बड़े मिडकैप स्टॉक्स पर फोकस करें।

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