16 दिसंबर को दोपहर तक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट और बढ़ गई, आईटी, वित्तीय सेवाओं और दूरसंचार में बिकवाली के चलते बाजार पर दबाव बना है। इस बीच, इंडिया VIX, जिसे आमतौर पर फीयर इंडेक्स या वोलैटिलिटी का पैमाना कहा जाता है, 10 फीसदी से अधिक बढ़कर 14.4 पर पहुंच गया।
दोपहर 12:40 बजे, सेंसेक्स 393 अंक या 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 81,739 पर था। वहीं, निफ्टी 125अंक या 0.5 फीसदी की गिरावट के साथ 24,646 पर नजर रहा था। लगभग 2,043 शेयरों में बढ़त हुई थी, 1,485 शेयरों में गिरावट आई थी और 101 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का कहना है कि पिछले दो महीनों में लगातार बिकवाली के बाद दिसंबर में एफआईआई का खरीदार बनना अच्छा संकेत है, लेकिन निवेशकों को यह नहीं मानना चाहिए कि एफआईआई खरीदारी जारी रखेंगे। मजबूत डॉलर और अमेरिका में हाई बांड यील्ड देश में आने वाली विदेशी पूंजी के लिए बाधा बने हुए हैं।
पिछले कारोबारी सत्र में, सेंसेक्स और निफ्टी ने पांच दिन के कंसोलीडेशन को दौर को तोड़कर 1 फीसती की बढ़त के साथ क्लोजिंग की थी जो आर्थिक सुधार को लेकर बढ़ी उम्मीद। ये तेजी वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में सरकारी पूंजीगत व्यय में बढ़त और आरबीआई द्वारा 50 आधार अंकों की सीआरआर कटौती के दम पर आई थी। इसके अलावा, भारत के नवंबर सीपीआई में 5.48 फीसदी की गिरावट ने 2025 में रेपो दर में कटौती की संभावना को बढ़ा दिया है जिससे निवेशकों का सेंटीमेंट मजबूत हुआ था।
हालांकि, विजयकुमार ने धीमी जीडीपी ग्रोथ और सुस्त कॉर्पोरेट आय पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि निरंतर तेजी के लिए मजबूत ग्रोथ और अर्निंग्स डेटा की जरूरत होगी, जिसे साकार होने में समय लग सकता है।
निफ्टी 50 इंडेक्स के सबसे भारी घटक एचडीएफसी बैंक में 0.6 फीसदी की गिरावट आई, जिससे निफ्टी बैंक इंडेक्स 0.3 फीसदी टूट गया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा और इंफोसिस में गिरावट के कारण निफ्टी आईटी इंडेक्स ने अपनी पांच दिन की बढ़त का सिलसिला तोड़ दिया और 0.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की है। सिटी ने टीसीएस पर 'सेल' रेटिंग बनाए रखी है। इसके लिए बीएसएनएल प्रोजेक्ट्स में कमी, छोटे डिस्क्रिशनरी सौदों पर जांच और यूके और यूरोप से कमजोर मांग का हवाला दिया गया है। ब्रोकरेज ने टेक महिंद्रा और एलटीआईमाइंडट्री के लिए भी 'सेल' रेटिंग दोहराई है।
कमजोर ग्लोबल प्राइस और अमेरिका-चीन ट्रेड वार से जुड़ी चिंताओं के कारण निफ्टी मेटल इंडेक्स में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है। मेटल्स के प्रमुख उपभोक्ता चीन से उम्मीद से कम खुदरा बिक्री के आंकड़ों ने मांग में कमी की आशंकाओं को और बढ़ा दिया। वेदांता, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील में सबसे अधिक 1-2 फीसदी की गिरावट आई है।
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