Stock market : आज 17 जनवरी को भारतीय बेंचमार्क इंडेक्सों बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में लगातार दूसरे दिन गिरावट जारी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह अनुमान से धीमी दर पर दरें कम कर सकता है। इसके बाद ग्लोबल मार्केट मूड खराब हो गया। इसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है। एचडीएफसी बैंक के दिसंबर तिमाही (Q3FY24)के मिलेजुले नतीजों से भी बाजार का मूड खऱाब हुआ है। एचडीएफसी बैंक के नतीजों ने निवेशकों को निराश किया है।
सुबह 10:00 बजे के आसपास बीएसई सेंसेक्स 849.49 अंक यानी 1.16 फीसदी की कमजोरी के साथ 72,279.09 के स्तर पर दिख रहा था। वहीं, निफ्टी 242.30 अंक यानी 1.1 फीसदी की गिरावट के साथ 21,791.75 के स्तर पर दिख रहा था। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स इस करेक्शन को हेल्दी मान रहे हैं। उनकी सलाह है कि निवेशकों को हर गिरावट पर खरीदारी करना चाहिए।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार का कहना है कि भले ही अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन कर रही है और कॉर्पोरेट आय अच्छी है, इन सभी अच्छी बातों का असर बाजार में दिख चुका है। इतनी तेजी के बाद वैल्यूएशन में करेक्शन की जरूरत है।
प्रभुदास लीलाधर की वैशाली पारेख ने व्यापारियों को निफ्टी के लिए 21,700 के स्तर पर नजर रखने की सलाह दी है। उनका माना है कि अगर निप्टी इस लेवल से नीचे जाता है तो कमजोरी बढ़ सकती है। उनके मुताबित आज के लिए 21,900 पर सपोर्ट और 22,200 पर रजिस्टेंस दिख रहा है।
ग्लोबल लेवल पर देखें तो यूएस फेड द्वारा निवेशकों की जल्द आसान मौद्रिक नीति शुरू होने की उम्मीदों पर पानी फेरने के बाद मंदी की भावना तेज हुई है। फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वालर ने कहा है कि हालांकि केंद्रीय बैंक इस साल दरों में कटौती करेगा, लेकिन इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, क्योंकि अमेरिका अभी भी फेड के 2 फीसदी महंगाई के लक्ष्य से 'काफी दूरी' पर है।
फेड की इस टिप्पणी के बाद अमेरिका की 10-ईयर ट्रेजरी ईल्ड लगभग 12 बेसिस प्वाइंट (बीपीएस) बढ़कर 4 प्रतिशत हो गई। अमेरिकी डॉलर इंडेक्स भी एक महीने के उच्चतम स्तर 103.3 पर चला गया है। 2 जनवरी के बाद से डॉलर की सबसे बड़ी एक दिवसीय बढ़त देखने को मिली है।
सीएमई के फेडवॉच टूल के मुताबिक मार्च में दर में कटौती की बाजार की उम्मीदें पहले के सत्र के 79 प्रतिशत की तुलना में घटकर 62.2 प्रतिशत रह गईं हैं।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।