अपनी सीट की पेटी बांध लीजिए 11 अप्रैल को Sensex-Nifty हवा में उड़ने वाले हैं, क्या आप इसका फायदा उठाने के लिए तैयार हैं?

अमेरिकी स्टॉक मार्केट्स को 9 अप्रैल को पंख लग गए। अमेरिका स्टॉक मार्केट्स में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। S&P 500, Dow Jones और Nasdaq 12 फीसदी तक चढ़कर बंद हुए। 10 अप्रैल को एशियाई बाजारों के प्रमुख सूचकांक भी बुलेट जैसी रफ्तार में दिखे। सबसे ज्यादा 9.13 फीसदी की तेजी Nikkei में आई

अपडेटेड Apr 10, 2025 पर 5:32 PM
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इंडियन स्टॉक मार्केट्स महावीर जयंती के मौके पर 10 अप्रैल को बंद रहे।

आपने अक्सर विमान के उड़ान भरने से पहले एयरहोस्टेस को यह कहते सुना होगा कि अपनी सीट की पेटी बांध लीजिए विमान उड़ने वाला है। 11 अप्रैल को इंडियन मार्केट्स की ओपनिंग के बारे में यह बात कही जा सकती है। शुक्रवार (11 अप्रैल) को सेंसेक्स और निफ्टी मार्केट खुलते ही टेक-ऑफ कर जाएंगे। फिर, ये इतनी ऊंचाई पर पहुंच जाएंगे कि आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगा। हालांकि, यह सिर्फ एक अनुमान है जो 9 अप्रैल को अमेरिकी मार्केट में जबर्दस्त तेजी और 10 अप्रैल को एशियाई बाजारों की बुलेट जैसी रफ्तार पर आधारित है।

टैरिफ 90 दिन टलने से दुनियाभर के बाजार जोश में

9 अप्रैल को अमेरिकी समय के मुताबिक सुबह और भारतीय समय के मुताबिक देर रात अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ 90 दिनों के लिए टाल देने का ऐलान किया। इस खबर ने अमेरिकी बाजारों के टॉनिक का काम किया। अमेरिका स्टॉक मार्केट्स में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। S&P 500, Dow Jones और Nasdaq को जैसे पंख लग गए। शायद ही पहले कभी एक दिन में अमेरिका मार्केट में ऐसी तेजी आई होगी। कारोबार के अंत में एसएंडपी 500 जहां 9.52 फीसदी के उछाल के साथ बंद हुआ, वही Down Jones 7.87 फीसदी चढ़कर क्लोज हुआ। लेकिन, कमाल तो Nasdaq ने किया, जिसमें 12 फीसदी का उछाल आया।


10 अप्रैल को एशियाई बाजारों ने भरी उड़ान

10 अप्रैल को एशियाई बाजारों के प्रमुख सूचकांक भी बुलेट जैसी रफ्तार में दिखे। सबसे ज्यादा 9.13 फीसदी की तेजी Nikkei में आई। HSI 2.06 फीसदी तो Kospi 6.6 फीसदी तक उछला। यहीं हाल यूरोपीय बाजारों में दिखा, जो भारतीय समय के मुताबिक दोपहर में खुले। ब्रिटेन के प्रमुख सूचकांक FTSE में 4.47 का उछाल दिखा। जर्मनी के प्रमुख सूचकांक DAX में 5.67 फीसदी की तेजी दिखी। फ्रांस का CAC 5.58 फीसदी ऊपर था। अगर दुनिया के इन बड़े स्टॉक एक्सचेंजों के सूचकाकों को देखा जाए तो ऐसा लगता है कि 11 अप्रैल को इंडियन मार्केट की शुरुआत धमाकेदार होगी।

SGX Nifty में 3 फीसदी से ज्यादा उछाल

इंडियन स्टॉक मार्केट्स महावीर जयंती के मौके पर 10 अप्रैल को बंद रहे। इससे 9 अप्रैल को अमेरकी स्टॉक एक्सचेंजों और 10 अप्रैल को एशियाई और यूरोपीय बाजारों में आई तेजी का असर इंडियन मार्केट पर देखने को नहीं मिला। अब इसका असर 11 अप्रैल को इंडियन मार्केट्स पर देखने को मिलेगा। इंडियन मार्केट में तेजी का संकेत SGX Nifty से भी मिला है। 10 अप्रैल को एसजीएक्स निफ्टी करीब 707 यानी 3.15 फीसदी का उछाल दिखा रहा था।

10 अप्रैल को यूस मार्केट की क्लोजिंग पर नजर

सिर्फ एक ऐसा संकेत है, जो कबाब में हड्डी की तरह दिख रहा है। वह डाओ जोंस फ्यूचर्स है, जिसमें 10 अप्रैल को शाम 5 बजे 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिखी। अगर यह अमेरिकी स्टॉक्स मार्केट्स की 10 अप्रैल की ओपनिंग के लिए कोई संकेत है तो अमेरिकी मार्केट कमजोर खुल सकते हैं। अगर अमेरिकी मार्केट्स 10 अप्रैल को बड़ी कमजोरी के साथ बंद होते हैं तो इससे 11 अप्रैल को इंडियन मार्केट की ओपनिंग पर असर पड़ सकता है।

इंडिया के लिए यह फायदा उठाने का बड़ा मौका

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंडियन मार्केट्स पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि ट्रंप ने भले ही इंडिया सहित करीब 78 देशों पर लगने वाले टैरिफ को 90 दिनों के लिए टाल दिया है। लेकिन, उसने चीन पर 125 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। यह इंडिया के लिए फायदे की खबर है। इसका जश्न इंडियन मार्केट्स 11 अप्रैल को मना सकता है।

इंडिया कई तरह से फायदे की स्थिति में

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वीके विजयकुमार ने कहा कि इंडिया उन देशों में शामिल है, जिन पर ट्रंप के टैरिफ का सबसे कम असर पड़ेगा। दूसरे एनालिस्ट्स ने भी कहा कि ट्रंप का रुख चीन को लेकर जिस तरह का है, उससे यह टैरिफ इंडिया के लिए अमेरिकी बाजारों में पैठ बढ़ाने का बड़ा मौका हो सकता है। दूसरा, ट्रंप के टैरिफ की वजह से क्रूड ऑयल में तेज गिरावट आई है। यह इंडिया के लिए अच्छी खबर है। इंडिया अपनी जरूरत का ज्यादातर क्रूड इंपोर्ट करता है। अगर क्रूड सस्ता होता है तो इंडिया का इंपोर्ट बिल घटेगा। इससे सरकार का रेवेन्यू बढ़ेगा।

आपको क्या करना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स को 11 अप्रैल को मार्केट ओपनिंग पर नजर रखने की जरूरत है। अगर मार्केट बड़े गैप के साथ खुलता है तो आप उन शेयरों को अपने पोर्टफोलियो से बाहर कर सकते हैं, जिसमें आप फंसे हुए हैं। वोडाफोन आइडिया का स्टॉक इसका उदाहरण हो सकता है। बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स इस स्टॉक में फंसे हुए हैं। इस स्टॉक में तेजी के हर मौके का इस्तेमाल बिकवाली के लिए किया जा सकता है, क्योंकि शॉर्ट टर्म में इस स्टॉक की चाल में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। दूसरा, 11 अप्रैल की तेजी मार्केट में शॉर्ट टर्म तेजी की शुरुआत हो सकती है। इसकी वजह यह है कि ट्रंप ने 90 दिनों के लिए टैरिफ टाल दिया है। इसका मतलब है कि अगले तीन महीनों के लिए स्टॉक मार्केट्स पर ट्रंप की टैरिफ का असर नहीं पड़ेगा। इस पर घरेलू फैक्टर्स का ज्यादा असर पड़ेगा, जो इंडिया के फेवर में दिख रहे हैं।

Rakesh Ranjan

Rakesh Ranjan

First Published: Apr 10, 2025 5:27 PM

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