Credit Cards

Share Market Crash: शेयर बाजार इन 7 कारणों से धड़ाम, सेंसेक्स दो दिन में 1200 अंक टूटा, निफ्टी 24850 के नीचे

Why Share market is down today?: भारतीय शेयर बाजारों में आज 25 जुलाई को लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट देखने को मिली। कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और ग्लोबल मार्केट्स से मिले कमजोर संकेतों ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर कर दिया है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 670.05 अंक या 0.82% टूटकर 81,514.12 पर कारोबार कर रहा था

अपडेटेड Jul 25, 2025 पर 1:20 PM
Story continues below Advertisement
Share Market Crash: पिछले 6 महीनों में कंपनी के शेयरों में करीब 17.7% फीसदी की तेजी आ चुकी है

Why Share market is down today?: भारतीय शेयर बाजारों में आज 25 जुलाई को लगातार दूसरे दिन तेज गिरावट देखने को मिली। कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और ग्लोबल मार्केट्स से मिले कमजोर संकेतों ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर कर दिया है। कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 670.05 अंक या 0.82% टूटकर 81,514.12 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी 219.55 अंक या 0.88% गिरकर 24,842.55 के स्तर पर आ गया। महज पिछले दो दिनों में सेंसेक्स 1,200 अंकों से ज्यादा टूट चुका है। वहीं निफ्टी अब 24,850 के नीचे फिसल गया है।

निफ्टी पर आज बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, हीरो मोटोकॉर्प, श्रीराम फाइनेंस और बजाज ऑटो जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर 6% तक लुढ़क गए। शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 7 बड़े कारण रहे-

1. बजाज फाइनेंस के कमजोर तिमाही नतीजे

बजाज फाइनेंस के शेयर आज कारोबार के दौरान 6% तक गिर गए। यह गिरावट के कंपनी के जून तिमाही के नतीजों के ऐलान के बाद आया है। हालांकि कंपनी का जून तिमाही में कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 22% बढ़कर ₹4,765 करोड़ रहा, लेकिन इसके MSME पोर्टफोलियो में तनाव देखा जा रहा है। इसके अलावा जून तिमाही में दोपहिया/तीपहिया और MSME सेगमेंट में क्रेडिट लागत बढ़ने से भी बजाज फाइनेंस पर असर पड़ा है।


2. India VIX में उछाल

शेयर बाजार के निवेशकों में मौजूद डर और घबराहट का संकेत देने वाले इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स (India VIX) में शुक्रवार को 7 फीसदी का तेज उछाल आया और ये 11.43 अंक पर पहुंच गया। यह इंडेक्स बताता है निवेशकों में अभी बाजार में भारी उतार-चढ़ाव की उम्मीद कर रहे हैं।

3. भारतीय रुपये में कमजोरी

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 19 पैसे टूटकर 86.59 पर पहुंचा। विदेशी पूंजी की निकासी और इक्विटी मार्केट में कमजोरी के चलते घरेलू करेंसी पर दबाव बना हुआ है।

4. FII की लगातार बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में 2,133.69 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। बीते चार कारोबारी दिनों में विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से करीब 11,572 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी कर चुके हैं, जिससे मार्केट का सेंटीमेंट खराब हुआ है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, VK विजयकुमार ने कहा, “निकट भविष्य में बाजार की स्थिति कमजोर दिख रही है।”

5. ग्लोबल बाजारों से कमजोर संकेत

भारतीय शेयर बाजार के खुलने से पहले शुक्रवार सुबह सभी एशियाई बाजार भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। जापान का निक्केई, शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सभी लाल निशान में थे। अमेरिकी शेयर बाजार भी बीती रात मिलेजुले संकेतों के साथ बंद हुए खे, जिससे ग्लोबल मार्केट में अनिश्चितता और बढ़ी है।

6. क्रूड ऑयल कीमतों में तेजी

अंतरराष्ट्रीय बाजार में शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 0.39% बढ़कर 69.45 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया। तेल की बढ़ती कीमतें भारत जैसे बड़े आयातक देशों के लिए महंगाई का खतरा बढ़ाती हैं, जिससे निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर पड़ा सकता है।

7. भारत-अमेरिका ट्रेड डील में देरी

शेयर बाजार में हालिया गिरावट के पीछे एक और बड़ी वजह भारत-अमेरिका के बीच ट्रेड डील के ऐलान में देरी होना है। दोनों देश पिछले काफी समय से इस डील पर बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस डील के फाइनल होने के कुछ स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं। अमेरिका ने हाल ही में जापान, फिलीपींस, इंडोनेशिया और वियतनाम सहित कई एशियाई देशों के साथ ट्रेड डील का ऐलान किया था। लेकिन भारत के मामले में अभी भी अनिश्चितता बरकरार है, जो निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर डाल रहा है।

एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, आनंद जेम्स ने बताया कि अगर निफ्टी 24,900 से नीचे जाता है, तो इस पर और दबाव बढ़ सकता है। उन्होंने कहा, “25,215 का स्तर एक तरह का कंसॉलिडेशन ट्रिगर कर चुका है, जो अब एक गहरे डाउनट्रेंड में बदलने की आशंका जता रहा है। अगर 24,900 का सपोर्ट लेवल टूटता है, तो अगला तत्काल सपोर्ट 24,750–24,650 के बीच हो सकता है। इससे नीचे 24,450 और फिर 24,000 तक भी निफ्टी फिसल सकता है।”

हालांकि जेम्स ने यह भी जोड़ा कि अगर निफ्टी 24,900 के पास टिकता है, तो बाजार कुछ समय के लिए साइडवेज मूवमेंट दिखा सकता है। इस दौरान 25,130 के आसपास रेजिस्टेंस देखा जा सकता है।

यह भी पढ़ें- India-UK FTA: भारत-ब्रिटेन फ्री ट्रेड डील से इन 10 शेयरों को हो सकता है बड़ा फायदा

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।