Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार 18 नवंबर को पूरे दिन गिरावट हावी रही। कमजोर ग्लोबल संकेतों और तेज मुनाफावसूली के चलते बाजार लाल निशान में कारोबार करते दिखे। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 350 अंक तक गिर गया था। वहीं निफ्टी लुढ़कर 25,900 के नीचे पहुंच गया था।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 277.93 अंक या 0.33 फीसदी की गिरावट के साथ 84,673.02 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 103.40 अंक 0.40 फीसदी लुढ़ककर 25,910.05 के स्तर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 5 बड़े कारण रहे-
एशियाई शेयर बाजारों में भारी बिकवाली रही। साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स सभी तेज गिरावट में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी शेयर मार्केट भी सोमवार को लाल निशान में बंद हुए, जहां निवेशक इस सप्ताह आने वाले महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं। इसमें सितंबर महीने के जॉब मार्केट का डेटा भी शामिल हैं।
लगातार बढ़त के बाद निवेशकों ने कई सेक्टर्स में मुनाफा बटोरने की रणनीति अपनाई। सभी NSE सेक्टोरल इंडेक्स रेड में चले गए। मेहता इक्विटीज के प्रवीण तापसे ने कहा कि व्यापक स्तर पर बाजार का अंडरटोन पॉजिविट है। राजनीतिक स्थिरता, नरम महंगाई, गिरता क्रूड और ट्रेड डील की उम्मीदें सहारा दे रही हैं। लेकिन कमजोर ग्लोबल सेंटिमेंट दबाव बना रहा है।
3) IT और मेटल शेयरों में भारी गिरावट
आईटी सेक्टर में लगभग 1% की गिरावट आई। एम्फैसिस, कोफोर्ज और टेक महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली। निवेशक अब दिसंबर में फेडरल रिजर्व की ओर से दरों में कटौती की संभावना को कम आंक रहे हैं। CME फेडवॉच के मुताबिक यह संभावना पिछले सप्ताह 62.4% से गिरकर 42.9% रह गई है। मेटल इंडेक्स 1.5% टूटा, जिसे मजबूत डॉलर ने और भी प्रभावित किया।
4) वीकली F&O एक्सपायरी से बढ़ी उतार-चढ़ाव
मंगलवार को वीकली डेरिवेटिव एक्सपायरी भी थी, जिसके चलते बाजार में वोलैटिलिटी और बढ़ गई। तापसे ने कहा कि आज के सेशन में F&O एक्सपायरी और कमजोर ग्लोबल संकेतों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा, हालांकि बाजार का लॉन्ग-टर्म अभी भी पॉजिटिव है।
भारतीय रुपया मंगलवार को 8 पैसे कमजोर होकर 88.67 प्रति डॉलर पर खुला। शेयर बाजार में गिरावट, ग्लोबल अनिश्चितताओं और भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर निगाहें रुपये पर दबाव बढ़ा रही हैं। घरेलू PMI डेटा का इंतजार भी बाजार के सेंटीमेंट पर असर डाल रहा है।
टेक्निकल चार्ट्स पर क्या मिल रहे हैं संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के आनंद जेम्स ने कहा कि निफ्टी अब भी दिशा खोज रहा है। उन्होंने कहा, “26,130 और 25,840 की रेंज के बीच निफ्टी में साइडवेज मूवमेंट संभव है। शुरुआती गिरावट 25,980 या 25,900 तक जा सकती है, जिसके बाद रिकवरी की कोशिश हो सकती है। 26,022 के ऊपर जाना 26,130 के लिए रास्ता खोल सकता है।”
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