Share Market Fall: इन 4 कारणों से शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स 705 अंकों तक टूटा, निफ्टी 24,500 के पास आया

Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजारों में आज 28 अगस्त को लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट देखने को मिली। ट्रंप टैरिफ की दहशत और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 650 अंकों तक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी गिरकर 24,500 के पास पहुंच गया। सबसे अधिक गिरावट आईटी और बैकिंग शेयरों में देखने को मिली।

अपडेटेड Aug 28, 2025 पर 4:14 PM
Story continues below Advertisement
Share Market Fall: विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे हैं।

Share Market Fall: भारतीय शेयर बाजारों में आज 28 अगस्त को लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट देखने को मिली। ट्रंप टैरिफ की दहशत और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 650 अंकों तक लुढ़क गया। वहीं निफ्टी गिरकर 24,500 के पास पहुंच गया। सबसे अधिक गिरावट आईटी और बैकिंग शेयरों में देखने को मिली। वहीं बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स भी करीब 1 फीसदी तक लुढ़क गए।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 705.97 अंक गिरकर 80,080.57 के लेवल पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 211.15 अंकों की गिरावट के साथ 24,500.90 पर रहा।

शेयर बाजार में आज की गिरावट के पीछे 4 बड़े कारण रहे-


1) 50% का अमेरिकी टैरिफ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने के चलते भारत पर 25% का अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया था, जो बुधवार से लागू हो चुका है। इसके साथ ही भारत पर अब कुल अमेरिकी टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया है। हालांकि बुधवार के दिन शेयर बाजार में गणेश चतुर्थी के चलते छुट्टी थी। ऐसे में इस फैसले का आज बाजार पर देखने को मिला।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी के विजयकुमार ने कहा, “50% टैरिफ का असर बाजार के सेंटीमेंट पर दिखेगा, लेकिन यह अस्थायी माना जा रहा है और उम्मीद है कि जल्द हल निकल जाएगा। हालांकि ऊंचे वैल्यूएशन और कमजोर अर्निंग्स ग्रोथ चिंता का विषय बने हुए हैं।”

2) विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली

विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने शुद्ध रूप से 6,516.49 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी, जो पिछले तीन महीने की उनकी सबसे बड़ी बिकवाली थी। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने इसी दौरान 7,060.37 करोड़ रुपये की खरीदारी कर बाजार को सहारा दिया। विजयकुमार ने कहा, “DIIs की आक्रामक खरीदारी फिलहाल बाजार का सबसे मजबूत सपोर्ट है। FII की बिकवाली को यह संतुलित कर सकती है।”

3) कमजोर अर्निंग्स और ऊंचा वैल्यूएशन

कंपनियों की कमजोर अर्निंग्स ग्रोथ और पहले से ऊंचे वैल्यूएशन के चलते भी बाजार पर दबाव देखा जा रहा है। वीके विजयकुमार ने कहा, “शेयर बाजार के सामने असली चुनौती ऊंचे दाम और धीमी अर्निंग्स ग्रोथ की है। विदेशी निवेशक इस वजह से और सतर्क हो गए हैं और उनका रुझान दूसरे एशियाई बाजारों की ओर बढ़ रहा है।”

4) वोलैटिलिटी में उछाल

शेयर बाजार में मौजूदा अस्थिरता का संकेत देने वाला वोलैटिलिटी इंडेक्स, India VIX गुरुवार को उछलकर 12.22 तक पहुंच गया। यह निवेशकों के बीच बढ़ती अनिश्चितता और घबराहट का संकेत देता है।

टेक्निकल एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि निफ्टी अब बेयरिश जोन में प्रवेश कर चुका है। उन्होंने कहा, “निफ्टी के लिए नीचे की ओर अब अगला टारगेट 24,071–23,860 के जोन में हैं। हालांकि 4 दिनों में करीब 2% की गिरावट के बाद रिकवरी की संभावना भी बनी हुई है। अगर निफ्टी 24,780–24,870 के ऊपर जाता है तो उछाल मिल सकता है। वहीं, 24,630 के ऊपर टिकने या 24,900 पार करने में असफल रहा तो बाजार पर मंदी का दबदबा बना रहेगा।”

यह भी पढ़ें- Suzlon को भी हिला दिया अमेरिकी झटके ने, दुनिया की सबसे बड़ी विंड एनर्जी के शेयर तो पहले ही टूटे 17%

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।