Share Market Falls: शेयर बाजार में इन 4 कारणों से गिरावट, सेंसेक्स 556 अंक टूटा, लगातार 5वें दिन लुढ़का
Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में आज 25 सितंबर को तेज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लगातार 5वें दिन लाल निशान में बंद हुए। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और अमेरिका में वीजा पॉलिसी से जुड़ी चिंताओं ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर किया है।
Share Market Falls: कारोबार के दौरान सेंसेक्स अपने दिन के उच्चतम स्तर से 300 अंक नीचे फिसल गया
Share Market Falls: भारतीय शेयर बाजारों में आज 25 सितंबर को तेज गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लगातार 5वें दिन लाल निशान में बंद हुए। विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और अमेरिका में वीजा पॉलिसी से जुड़ी चिंताओं ने निवेशकों के मनोबल को कमजोर किया है। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 555.95 अंक या 0.68 फीसदी टूटकर 81,159.68 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 166.05 अंक या 0.66 फीसदी गिरकर 24,890.85 के स्तर पर बंद हुआ।
टाटा मोटर्स, ट्रेंट, एशियन पेंट्स, डॉ रेड्डीज और टाइटन जैसे दिग्गज शेयरों में 3% तक की गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1) FIIs की लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली शेयर बाजार के लिए बड़ी चिंता बनी हुई है। बुधवार को विदेशी निवेशकों ने 2,425.75 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इससे पहले मंगलवार को उन्होंने ₹3,551.19 करोड़ की बिकवाली की थी।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, वीके विजयकुमार ने बताया, “इस पूरे साल शेयर बाजार के लिए सबसे चुनौती विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली रही है। हालांकि भारत में लागू किए जा रहे आर्थिरक सुधारों और ब्याज दरों में कटौती से कॉरपोरेट अर्निंग्स के मजबूत होने की उम्मीद बनी है। इससे FIIs आगे चलकर भारतीय बाजार में वापसी कर सकते हैं।"
2) अमेरिकी वीजा फीस को लेकर चिंता
निफ्टी आईटी इंडेक्स में आज कारोबार के दौरान 0.2% की और गिरावट आई। 19 सितंबर से अब तक यह इंडेक्स करीब 5.13 फीसदी गिर चुका है। अमेरिका ने 22 सितंबर से नए H-1B वीजा आवेदन के लिए फीस बढ़ाकर 1,00,000 डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) कर दी है। इस फैसले ने आईटी शेयरों पर दबाव बनाया है।
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा, “ट्रंप के भारी टैरिफ और नए वीजा फीस ने निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर डाला है। निफ्टी को 25,300 के स्तर पर मजबूत रेजिस्टेंट का सामना करना पड़ रहा है।"
3) कमजोर ग्लोबल संकेत
कमजोर ग्लोबल संकेतों ने भी निवेशकों का भरोसा कम किया। साउथ कोरिया के कोस्पी इंडेक्स सहित एशिया के अधिकतर प्रमुख इंडेक्स सुबह के कारोबार में लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी शेयर बाजार भी बुधवार को लाल निशान में बंद हुए थे
4) कच्चे तेल की ऊंची कीमतें
क्रूड ऑयल के दाम बुधवार को 2.5% उछलकर 1 अगस्त के बाद के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। यह उछाल अमेरिकी इनवेंट्री में अप्रत्याशित कमी और रूस के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर यूक्रेन के हमलों के बाद सप्लाई से जुड़ी चिंताओं के कारण आई। हालांकि आज कीमतों में कुछ गिरावट आई, लेकिन वे अभी भी ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं
टेक्निकल चार्ट से क्या मिल रहा संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट, आनंद जेम्स ने बताया, “निफ्टी के लिए फिलहाल 25,000 का स्तर सपोर्ट बना हुआ है, लेकिन ऊपर की ओर 25,278-25,330 की रेंज मजबूत रेजिस्टेंस के तौर पर काम कर सकती है है। अगर यह स्तर पार नहीं हुआ, तो शेयर बाजार 24,880-24,800 की ओर रुख कर सकता है।”
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