Share Market Rise: शेयर बाजार में फिर बना नया रिकॉर्ड, सेंसेक्स-निफ्टी ने रचा इतिहास, जानें 4 बड़े कारण
Share Market Rise: बीएसई सेंसेक्स 452.35 अंक की छलांग लगाकर 86,159.02 के स्तर पर पहुंचा, जो अब इसका नया रिकॉर्ड हाई है। वहीं निफ्टी भी 122.85 अंक चढ़कर 26,325.80 के स्तर तक पहुंच गया, जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले इन दोनों इंडेक्स ने 27 नवंबर को अपना नया ऑलटाइम हाई बनाया था, जो आज के कारोबार में टूट गया।
Share Market Rise: इंडिया VIX इंडेक्स सोमवार को 1 प्रतिशत से अधिक गिरकर 11.5 अंक पर आ गया
Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों ने दिसंबर महीने की शुरुआत जबरदस्त उछाल के साथ की है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सोमवार को अपने नए ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए। सितंबर तिमाही के मजूबत GDP आंकड़ों और ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूज संकेतों से निवेशकों का जोश हाई रहा।
बीएसई सेंसेक्स 452.35 अंक की छलांग लगाकर 86,159.02 के स्तर पर पहुंचा, जो अब इसका नया रिकॉर्ड हाई है। वहीं निफ्टी भी 122.85 अंक चढ़कर 26,325.80 के स्तर तक पहुंच गया, जो इसका अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। इससे पहले इन दोनों इंडेक्स ने 27 नवंबर को अपना नया ऑलटाइम हाई बनाया था, जो आज के कारोबार में टूट गया।
शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1. मजबूत GDP आंकड़ों से बाजार में उत्साह
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर तिमाही में भारत की GDP 8.2 प्रतिशत रही, जो पिछले छह तिमाहियों में सबसे तेज ग्रोथ है। यह बाजार की उम्मीदों से भी अधिक रही, जिससे निवेशकों का मनोबल मजबूत रहा। अर्थशास्त्रियों के अनुसार मजबूत कंज्यूमर डिमांड और त्योहारी सीजन से पहले बढ़े उत्पादन की वजह से यह तेज ग्रोथ देखने को मिली। इन आंकड़ों के बाद बार्कलेज ने भी 2025-26 के लिए अपने ग्रोथ अनुमान को 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा “सितंबर तिमाही में 8.2 प्रतिशत का मजबूत GDP आंकड़ा, खासतौर से मैन्युफैक्चरिंग, सर्विसेज और कंजम्प्शन में मजबूत प्रदर्शन, बाजार को और ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता रखते हैं।”
2. भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर उम्मीदें बढ़ीं
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से रुकी व्यापार समझौते को लेकर भी उम्मीदें बढ़ी हैं। कॉमर्स सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल ने बताया कि एक व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) और भारतीय सामानों पर लगने वाले रेसिप्रोकल टैरिफ जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए एक अलग फ्रेमवर्क बनाने, दोनों पर बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि फ्रेमवर्स से जुड़ी बातचीत सबसे पहले आगे बढ़ सकती है और इसके 2025 के अंत तक पूरा होने की संभावना है। इसके बाद यह दोनों देशों के बीच व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौता (BTA) का हिस्सा बनेगा। अग्रवाल का कहना है कि समझौते का पहला चरण “काफी हद तक तय समय पर” है और जरूरी मंजूरियां मिलते ही इसे आने वाले कुछ हफ्तों या महीनों में अंतिम रूप दिया जा सकता है।
3. RBI बैठक में ब्याज दर कटौती की उम्मीदें
शेयर मार्केट को सहारा मिला इस उम्मीद से भी कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी 5 दिसंबर की अगली बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। रॉयटर्स के सर्वे में शामिल अधिकतर अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती है, जिससे यह 5.25 प्रतिशत पर आ जाएगा।
4. वोलैटिलिटी इंडेक्स में गिरावट
शेयर बाजार में मौजूद अस्थिरता का संकेत देने वाला इंडिया VIX इंडेक्स सोमवार को 1 प्रतिशत से अधिक गिरकर 11.5 अंक पर पहुंच गया। VIX का कम होना आमतौर पर बाजार में स्थिरता का संकेत देता है और मार्केट में तेजी को सपोर्ट करता है।
टेक्निकल चार्ट्स से क्या मिल रहे संकेत?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स का कहना है कि हालिया चार्ट पैटर्न बताते हैं कि बड़ा अपट्रेंड बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सप्ताह की शुरुआत में मामूली गिरावट या फ्लैट ओपनिंग संभव है लेकिन यह टिकेगी नहीं। उन्हें उम्मीद है कि निफ्टी शुरुआत में 26,460–26,550 की ओर बढ़ेगा और फिर 26,900–27,200 के स्तर तक जा सकता है। वहीं 26,090 के नीचे गिरावट आने पर 25,860/25,700 या 25,300 का लेवल भी दिख सकता है।
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