भारतीय शेयर बाजार में लगातार आठ दिनों से चला आ रहा तेजी का सिलसिला शुक्रवार 19 अगस्त को टूट गया और बेंचमार्क इंडेक्स करीब 1 फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके साथ ही शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों की संपत्ति भी आज करीब 2.75 लाख करोड़ रुपये घट गई।
BSE का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) 652 अंक या 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,646.15 पर बंद हुआ। वहीं NSE का 50 शेयरों वाला बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी (Nifty) 198 अंक या 1.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,758.45 के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार में गिरावट के साथ BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन शुक्रवार को करीब 2.75 लाख करोड़ घट गया। शुक्रवार को कारोबार खत्म होने के समय BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 2,77,77,931.64 करोड़ रुपये रहा, जबकि इससे पहले गुरुवार को यह 2,80,52,760.91 करोड़ रुपये था। इस तरह सिर्फ एक दिन में निवेशकों की संपत्ति करीब 2,74,829.27 करोड़ रुपये घट गई।
निफ्टी-50 में आज जिन शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखी गई, उनमें इंडसइंड बैंक, अपोलो हॉस्पिटल्स, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स शामिल रहे। वहीं अडानी पोर्ट्स, एलएंडटी, इंफोसिस, आयशर मोटर्स और बजाज ऑटो में सबसे अधिक तेजी देखी गई।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें तो निफ्टी बैंक, ऑटो, एफएमसीजी, मेटल और फार्मा 1 से 1.5% गिरकर बंद हुए। जबकि निफ्टी PSU बैंक इंडेक्स 2.6 प्रतिशत टूट गया।
Geojit Financial Services के विनोद नायर ने कहा, 'कमजोर ग्लोबल रुझानों के बीच मुनाफावसूली ने घरेलू इंडेक्सेस पर असर डाला। इसके अलावा ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर भी चिंता नजर आई। उन्होंने आगे कहा, "इसके अलावा, डॉलर इंडेक्स की हालिया रैली और FII के शुद्ध बिकवाली करने से बाजार में तेजड़ियों की पकड़ कमजोर हुई। इंडेक्स के हैवीवेट शेयरों में ब्रॉडर मार्केट में बिकवाली देखने को मिली। इससे इंडेक्स और लुढ़क गया।"