नए दौर की छह कंपनियों ने निवेशकों का भारी घाटा कराया है। लिस्टिंग के बाद से अब तक जोमैटो (Zomato), नायका (Nykaa) और पेटीएम (Paytm) जैसी छह दिग्गज कंपनियों ने निवेशकों की दो लाख करोड़ रुपये से अधिक पूंजी घटा दी है। इन छह कंपनियों में सबसे अधिक पूंजी पेटीएम घटाई है। लिस्टिंग के बाद से इसका मार्केट कैप अब तक 66 हजार करोड़ रुपये से अधिक गिर चुका है। इसके अलावा नायका (Nykaa), डेल्हीवरी (Delhivery), पॉलिसीबाजार (Policybazar), जोमैटो (Zomato) और कारट्रेड टेक (CarTrade Tech) के भी मार्कैट कैप में लिस्टिंग के बाद से भारी गिरावट आई है। कुल मिलाकर इन छह कंपनियों का मार्केट 2.13 लाख करोड़ रुपये कम हुआ है।
सबसे अधिक Policybazaar के शेयरों में गिरावट
पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस के मार्केट कैप में सबसे अधिक गिरावट रही और इसका मार्केट कैप 66 हजार करोड़ रुपये से अधिक गिरा है। इश्यू प्राइस के मुकाबले इसके शेयर 65 फीसदी गिर चुके हैं। पेटीएम के बाद सबसे अधिक नुकसान ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स ब्रांड नायका (Nykaa) की पैरेंट कंपनी एफएसन ई-कॉमर्स को झेलना पड़ा। इसका मार्केट कैप लिस्टिंग के बाद से 51.47 हजार करोड़ रुपये घटा है और शेयर करीब 50 फीसदी फिसल गए हैं।
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) का मार्केट कैप लिस्टिंग के बाद से 40.91 हजार करोड़ रुपये गिर गया और इसके शेयर करीब 41 फीसदी फिसले हैं। पॉलिसीबाजार (Policybazaar) का मार्केट कैप 37.27 हजार करोड़ रुपये फिसला है और शेयर करीब 69 फीसदी तो डेल्हीवरी (Delhivery) का मार्केट कैप 12.17 हजार करोड़ रुपये गिर गया और शेयर करीब 31 फीसदी फिसल गए। कारट्रेड टेक का मार्केट कैप लिस्टिंग के बाद से 4.57 हजार करोड़ रुपये घटा है और शेयर करीब 66 फीसदी फिसले हैं।
क्यों हुआ घाटा और अब आगे क्या करें
नए दौर की कंपनियों के शेयर पिछले हफ्ते से गिर रहे हैं जब नायका और डेल्हीवरी के प्री-आईपीओ शेयरों का एक साल का लॉक-इन पीरियड समाप्त हो गया। एनालिस्ट्स के मुताबिक लॉक-इन पीरियड की समाप्ति के बाद इन कंपनियों के शेयरों की मार्केट में संख्या बढ़ गई और इसके चलते भाव गिर गए। उनका मानना है कि इन कंपनियों का वैल्यूएशन निवेशक सही नहीं दिख रहे हैं जिसके चलते शेयरों में गिरावट है।
इक्विनॉमिक्स रिसर्च एंड एडवायजरी के फाउंडर और एमडी जी चोक्कालिंगम का कहना है कि इन कंपनियों ने आईपीओ लाने में जल्दबाजी कर दी और अपने वेंचर कैपिटल साइकिल के पूरा होने का भी इंतजार नहीं किया। उनका कहना है कि कंपनियों ने मुनाफे में आने तक का भी इंतजार नहीं किया। चोक्कालिंगम ने इन कंपनियों से खुदरा निवेशकों को दूर रहने की सलाह दी है, जब तक कि इनका वैल्यूएशन उचित न हो जाए। जियोजीत फाइनेंशिनल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार का मानना है कि इन कंपनियों के बिजनेस मॉडल से जुड़ी कुछ चिंताएं तो हैं लेकिन जोमैटो और नायका जैसी कंपनियों का भविष्य बेहतर है।
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