SpiceJet Share Price: सस्ती हवाई सेवाएं मुहैया कराने वाली स्पाइसजेट (SpiceJet) के शेयरों को आज पंख लग गए। सन ग्रुप के चेयरमैन कलानिधि मारन के खिलाफ मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई से पहले आज इसके शेयरों की खरीदारी बढ़ गई। यह मामला मारन के पक्ष में एक मध्यस्थ निर्णय (आर्बिट्रल अवार्ड) से संबंधित है। इसके चलते शेयर आज 20 फीसदी उछलकर 43.82 रुपये के अपर सर्किट पर पहुंच गए। मुनाफावसूली के चलते भाव में नरमी आई लेकिन अभी भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। दिन के आखिरी में आज स्पाइसजेट के शेयर 19.39 फीसदी की मजबूती के साथ 43.60 रुपये पर बंद हुए हैं।
SpiceJet और कलानिधि मारन से जुड़ा क्या है पूरा मामला
फरवरी 2015 में कलानिधि मारन और उनके इनवेस्टमेंट वेईकल KAL एयरवेज ने स्पाइसजेट में अपना 58.46 फीसदी हिस्सेदारी अजय सिंह को ट्रांसफर कर दी और उनके ऊपर विमान कंपनी की 1500 करोड़ रुपये की देनदारियां आ गई। समझौते के तहत कलानिधि मारन और KAL एयरवेज ने कहा कि उन्होंने वारंट और प्रिफरेंस शेयरों के लिए स्पाइसजेट को 679 करोड़ रुपये दे दिए हैं लेकिन उन्हें वारंट और प्रिफरेंस शेयर नहीं मिले। ऐसे में उन्होंने स्पाइसजेट और सिंह के खिलाफ आर्बिट्रेशन प्रोसिडिंग्स यानी मध्यस्थ कार्यवाही शुरू की।
फिर आगे क्या हुआ और अब तक क्या मामला चल रहा
जुलाई 2018 में एक आर्बिट्रेशन पैनल ने कलानिधि के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्हें और KAL एयरवेज को वारंट नहीं मिलने के चलते 1323 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। हालांकि पैनल ने स्पाइसजेट को इन्हें 243 करोड़ रुपये के ब्याज के साथ 579 करोड़ रुपये देने को कहा। स्पाइसजेट को 329 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी और बाकी 250 करोड़ रुपये कैश जमा करने की मंजूरी दी गई।
12 सितंबर को स्पाइसजेट ने बताया कि इसने कंपनी के पूर्व प्रमोटर कलानिधि मारन के केएएल एयरवेज को 100 करोड़ रुपये चुका दिए हैं। इसमें से 77.5 करोड़ रुपये 11 सितंबर को और बाकी 22.5 करोड़ रुपये 12 सितंबर को पेमेंट किया गया था। दिल्ली हाईकोर्ट ने इसे 24 अगस्त को 100 करोड़ रुपये देने का निर्देश दिया था और यह काम 10 सितंबर तक कर देना था लेकिन 9 और 10 सितंबर को बैंक में छुट्टी के चलते कंपनी ने डेडलाइन मिस कर दिया था। स्पाइसजेट ने 100 करोड़ रुपये चुका दिए हैं और अभी बाकी बकाए के लिए कोर्ट में मामला चल ही रहा है।